18 वर्ष से 44 वर्ष के युवाओं को वैक्सीन लगाने के लिए प्रत्येक केंद्र पर 100-100 नामों के स्लॉट जारी किए जा रहे हैं । जिनमे निश्चित ही इस आयु वर्ग के कुछ ना कुछ युवा किसी कारणवश वैक्सीन लगवाने सेंटरों पर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे में वैक्सीन का नुकसान हो रहा है इसका मतलब ये है कि अंत में वैक्सीन के कुछ डोज बेकार चले जाते हैं। इसको लेकर वैक्सीनेशन से जुड़े स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि वह अपनी मर्जी से स्लाट के अलावा अन्य युवाओं को वैक्सीन नहीं लगा सकते हैं।
वैक्सीनेशन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अगर वर्तमान में केंद्रों पर जारी किए जा रहे 100 स्लाट के साथ ही वेटिंग लिस्ट भी जारी की जाए तो स्लॉट में से नहीं आने वाले युवाओं के स्थान पर वेटिंग लिस्ट के युवाओं को वैक्सीन लगाई जा सकेगी और वैक्सीन के डोज को बर्बाद होने से बचाया जा सकेगा। निगम परिसर में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर के प्रभारी ने बताया कि 2 दिनों में इस आयु वर्ग के 5 लोग वैक्सीन लगाने नहीं पहुंचे। इसलिए वैक्सीन के 5 डोज बेकार हो गए।