वेदांता एल्युमीनियम, भारत के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक ने नई दिल्ली में ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए ‘ऑटोएज 2024’ एक इंडस्ट्री कन्लेव का आयोजन किया। आधुनिक परिवहन में एल्युमीनियम का विभिन्न रूपों में बुनियादी महत्व है। यह ऑटोमोटिव के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है। इस अवसर पर इस सेक्टर के भावी रोडमैप और इसके अंदर बड़े बदलाव में एल्यूमीनियम की भूमिका पर विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में कई सत्र आयोजित किए गए। यह प्रतिभागियों के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों को जानने का भी बड़ा अवसर था। टॉप ऑटोमोटिव वाहन निर्माताओं और अनिवार्य कम्पोनेंट निर्माताओं ने इसमें भाग लिया।
एल्युमीनियम हल्के वजन का धातु है जिसमें कई विशिष्ट गुण हैं जैसे अधिक कम वजन में अधिक मजबूत, उत्कृष्ट विद्युत चालक, जंग से बचने और पुनर्चक्रण की क्षमता शामिल है। इन गुणों की वजह से यह तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव सेक्टर के कई उपयोगों के लिए चुना जाता है। इस सेक्टर से वित्त वर्ष 2031 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 15 प्रतिशत योगदान की उम्मीद है। आंतरिक दहन (आईसी) इंजन वाले एक वाहन में औसत लगभग 180 किलोग्राम एल्यूमीनियम होता है जबकि एक इलेक्ट्रिक वाहन में लगभग 260 किलोग्राम एल्यूमीनियम लगता है।
आयोजन के बारे में वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ जॉन स्लेवेन ने कहा कि हम ऑटोमोटिव उद्योग के हमारे ग्राहकों को एक साथ कई लाभ देते हैं। विश्व स्तरीय विशेषज्ञता, अत्याधुनिक तकनीक, उनके अनुकूल एलॉय, व्यापार करने में आसानी, भरोसेमंद आपूर्ति श्रृंखला और सबसे महत्वपूर्ण व्यवसाय को सस्टेनेबल बनाने की प्रतिबद्धता। इसके साथ-साथ इनोवेटिव उत्पादों के विकास, अत्याधुनिक तकनीक और स्थानीयकरण के बल पर वे भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर को वैश्विक कम्पनियों से बराबरी की प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देते हैं।
यूनो मिंडा के सीनियर जनरल लीड – कॉर्पोरेट मटेरियल्स के गौरव वत्स ने कहा कि वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि ऑटोमोटिव सेक्टर किस तरह विकास के नए दौर के लिए तैयार है। इस बदलाव का अधिक से अधिक लाभ लेने में एल्युमीनियम कई तरीकों से योगदान दे सकता है। परस्पर सहयोग से किए गए प्रयासों से हमेशा बेहतर समाधान मिलते हैं। इसलिए हम वेदांता एल्युमीनियम से हमारी सफल साझेदारी आगे ले जाने के लिए उत्साहित हैं। इससे इनोवेशन और व्यावसायिक विकास की संभावना साकार होगी।
वेदांता ने ऑटोमोटिव सेक्टर में इनोवेशन की अहमियत समझते हुए खास इस उद्योग के लिए कई उच्च गुणवत्ता के उत्पाद पेश किए हैं। इनमें सिलेंडर हेड और एलाय व्हील के लिए विशिष्ट प्राथमिक फाउंड्री एलॉय (पीएफए) और क्रैश-प्रतिरोधी एक्सट्रूजन के लिए बिलेट्स, जो जोरदार टक्कर रोकने वाले कार्यों के लिए जरूरी हैं। कंपनी विभिन्न ऑटोमोटिव उपयोगों के लिए सिल्लियां, रोल्ड प्रोडक्ट और वायर रॉड भी तैयार करती है। ये संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन और इटली सहित अन्य देशों से आई विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी से तैयार किए जाते हैं। ये उच्च स्तरीय उपयोगों के लिए 60 से अधिक देश के ग्राहकों को निर्यात भी किए जाते हैं। यह वेदांता के उत्पादन की गुणवत्ता और बढ़ती मांग का प्रमाण है।
वेदांता एल्युमीनियम ने नए उत्पाद तैयार करते हुए हमेशा ‘सबसे पहले ग्राहक’ पर ध्यान केंद्रित किया है। कम्पनी की ग्राहक तकनीकी सेवा टीम ग्राहकों की खास मांग के अनुसार उनके सहयोग से उत्पाद तैयार करती है। कंपनी का एल्युमीनियम पार्क ओडिशा के झारसुगुड़ा में बन रहा है जहां डाउनस्ट्रीम कम्पनियां अपनी यूनिट लगा कर वेदांता के मेगा एल्युमीनियम स्मेल्टर से तैयार पिघली धातु तत्काल प्राप्त कर सकती हैं। हाल में वेदांता एल्युमीनियम ने दुनिया का सबसे बड़ा ई-सुपरस्टोर वेदांता मेटल बाजार शुरू किया है जहां प्राइमरी एल्यूमीनियम के 750 से अधिक उत्पाद उपलब्ध हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के फीचरों का लाभ लेकर यहां ग्राहकों को शुरू से अंत तक आसानी से खरीदारी का अनुभव दिया जाता है।
एस एंड पी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 में वेदांता को दुनिया के सबसे सस्टेनेबल एल्यूमीनियम उत्पादक का दर्जा दिया गया है। वेदांता के झारसुगुड़ा स्थित दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमीनियम स्मेल्टर और कोरबा, छत्तीसगढ़ स्थित भारत एल्यूमीनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) दोनों एल्युमीनियम स्टीवर्डशिप इनिशिएटिव (एएसआई) के कठोर प्रदर्शन मानकों पर मान्यता प्राप्त हैं। इसके अलावा इन्वायरनमेंटल प्रोडक्ट डिक्लेरेशन (ईपीडी) इंटरनेशनल ने कम्पनी के उच्च गुणवत्ता के एल्यूमीनियम उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला के सस्टेनेबल उत्पादन का सत्यापन किया है।
वेदांता एल्युमीनियम भारत की पहली कम्पनी है जिसे स्मेल्टिंग के लिए आईएटीएफ 16949:2016 की मान्यता प्राप्त है और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के सभी मानकों पर विशाल उत्पाद रेंज के लिए प्रमाणन प्राप्त करने वाली यह पहली कम्पनी है। पहली बार वेदांता ने ही अपनी रेस्टोरा रेंज में कम-कार्बन युक्त ‘ग्रीन’ एल्यूमीनियम पेश किया था। रेस्टोरा का उत्पादन नवीकरणीय ऊर्जा से होता है जिसमें ग्रीन हाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन की तीव्रता प्रति टन एल्यूमीनियम के उत्पादन में उत्सर्जित सीओ2 समकक्ष (टीसीओ2ई) से 4 टन कम है – जो एल्यूमीनियम को कम कार्बन युक्त माने जाने की वैश्विक सीमा है। रेस्टोरा अल्ट्रा का निर्माण दुबारा हासिल एल्युमीनियम से किया जाता है। इसलिए इसका कार्बन फुटप्रिंट और भी कम – दरअसल दुनिया में सबसे कम है। ये दोनों पूरी दुनिया के ऑटोमोटिव उद्योग को सस्टेनेबल उत्पाद देने को लेकर कम्पनी की प्रतिबद्धता दर्शाते हैं।
वेदांता लिमिटेड का अहम कारोबार वेदांता एल्युमीनियम भारत का सबसे बड़ा एल्यूमीनियम उत्पादक है। वित्तवर्ष 24 में भारत के कुल एल्यूमीनियम उत्पादन में आधे से अधिक यानी 2.37 मिलियन टन का उत्पादन वेदांता ने किया। यह मूल्यवर्धित एल्युमीनियम उत्पादों में सबसे आगे है। इनका बुनियादी उद्योगों में महत्वपूर्ण उपयोग है। कम्पनी भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमीनियम स्मेल्टर, एल्यूमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ ‘नए दौर की धातु’ एल्यूमीनियम से स्वच्छ भविष्य निर्माण के मिशन पर आगे बढ़ रही है।