वीई कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड (वीईसीवी) ने भारत में स्वीडन के एम्बेसडर एच. ई. जान थेस्लेफ़ का पीथमपुर स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में गरिमापूर्ण स्वागत किया। इस अवसर पर स्वीडन एम्बेसी के काउंसलर और ट्रेड सेक्शन के हेड मार्कस लुंडग्रेन तथा बिजनेस स्वीडन की स्वीडिश ट्रेड कमिश्नर सोफिया होगमैन भी मौजूद थीं।
स्वीडन के एम्बेसडर ने साझेदारी के महत्व पर बल देते हुए कहा, “इस समय भारत में 280 से अधिक स्वीडिश कंपनियाँ कार्यरत हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऑटोमोबाइल, कम्युनिकेशन, हेल्थकेयर और डिफेन्स में योगदान कर रही हैं, और ये कंपनियाँ 2,40,000 से अधिक नौकरियाँ उत्पन्न कर रही हैं। आयशर-वोल्वो का जॉइंट वेंचर स्वीडन और भारत की ताकत को एक साथ लाकर दोनों देशों के विकास और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा दे रहा है। मुझे वीईसीवी में देखी गई एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस से गहरा प्रभावित हुआ हूं।”
स्वीडन-भारत साझेदारी के लाभों पर जोर
जान थेस्लेफ़ ने यह भी कहा कि स्वीडन और भारत के बीच के साझेदारी के लाभ और दोनों देशों के बीच सहयोग के सफल मॉडल का प्रतीक है। उनका यह बयान इस साझेदारी के सामूहिक विकास और वैश्विक स्तर पर मजबूत आर्थिक रिश्तों के लिए एक नई दिशा का संकेत देता है।
वीईसीवी के सीईओ का स्वागत
इस अवसर पर वीईसीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विनोद अग्रवाल ने कहा, “हम एम्बेसडर जान थेस्लेफ़ और स्वीडिश एम्बेसी की टीम का हमारे पीथमपुर प्लांट में स्वागत करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। पिछले 16 वर्षों में, हमारे जॉइंट वेंचर ने भारतीय कमर्शियल व्हीकल सेक्टर को आधुनिक बनाने के साथ-साथ वोल्वो ग्रुप के वैश्विक मानकों के अनुरूप इंजिन्स और कम्पोनेंट्स का उत्पादन किया है। इस साझेदारी की सफलता विश्वास, आपसी सम्मान और सहयोग के सिद्धांतों पर आधारित है, जो स्वीडन के तकनीकी नेतृत्व को भारत की गहरी बाजार समझ के साथ जोड़ता है।”
वीईसीवी का योगदान और सफलता
वीईसीवी, जो 2008 में स्थापित हुआ था, ने भारतीय कमर्शियल व्हीकल सेक्टर में एक क्रांति ला दी है। यह कंपनी लोकल कंडीशन के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाली टेक्नोलॉजी प्रदान करके भारतीय बाजार में अपनी पहचान बना चुकी है। इसके अलावा, वीईसीवी ने वोल्वो ग्रुप के 5 और 8 लीटर इंजन, ट्रांसमिशन कम्पोनेंट्स और कोलैबोरेटिव प्रोडक्शन जैसे प्रयासों के माध्यम से वोल्वो ग्रुप के वैश्विक प्रयासों का समर्थन किया है।
भारत-स्वीडन सहयोग का प्रतीक: वीई पावरट्रेन प्लांट
वीई पावरट्रेन प्लांट (VEP) भारत और स्वीडन के बीच सफल बाईलेट्रल कोऑपरेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह संयंत्र भारत की स्किल्ड वर्कफोर्स और तकनीकी विशेषज्ञों का लाभ उठाता है, और वीईसीवी को वैश्विक मानकों के अनुरूप मैन्युफैक्चरिंग और डेवलपमेंट के केंद्र के रूप में स्थापित करता है। वीई पावरट्रेन प्लांट 2013 से यूरो 6 (बीएस VI) कम्पलीअंट इंजन का उत्पादन कर रहा है, जो 40 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है।
सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरणीय पहल
वीईसीवी ने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज को प्राथमिकता दी है। इसका भोपाल स्थित प्लांट इंडस्ट्री 4.0 के सिद्धांतों पर विकसित किया गया है, जो न केवल कंपनी के लिए बल्कि उद्योग में नए बेंचमार्क स्थापित करने में मदद करता है। इसके अलावा, आयशर और वोल्वो ब्रांड के तहत, वीईसीवी भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक, सीएनजी और एलएनजी-फ्यूल वाले ट्रकों और बसों की पेशकश करता है। 2022 से आयशर प्रो ई इलेक्ट्रिक बसों का उत्पादन शुरू हुआ, जबकि 2023 में भारत के पहले 5.5 टन के इलेक्ट्रिक ट्रक, आयशर प्रो 2055 ईवी की डिलीवरी भी शुरू हो गई।
इनोवेशन और तकनीकी उत्कृष्टता
वीईसीवी का बेड़ा अब इंडस्ट्री में पहली बार 100% कनेक्टेड फ्लीट और अत्याधुनिक अपटाइम सेंटर द्वारा समर्थित है, जो उसे ग्राहकों को व्यापक सपोर्ट सॉल्यूशंस प्रदान करता है। “माय आयशर” (MyEicher) ऐप आधारित सॉल्यूशंस ट्रकों, बसों, ड्राइवरों और बेड़े प्रबंधकों की उत्पादकता और दक्षता को बढ़ाते हैं, जिससे कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिलती है।