उत्तराखंड: देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से कही मौसम सुहाना बना हुआ है तो कही बाढ़ से लोग परेशान है। वहीं, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। हफ्तेभर से जारी मूसलाधार बारिश से पहाड़ धंसने लगे है, सड़कें टूटकर बिखर रही हैं और जहां देखो वहीं सैलाब है।
बीते चार दिनों से यहां जोरदार बारिश हो रही है। गंगा और सहायक नदियां किनारे तोड़ने पर आमादा हैं। भूस्खलन के कारण उत्तराखंड और हिमाचल में कई जगहों पर पहाड़ी रास्ते बंद पड़े हैं। उत्तराखंड में पहाड़ों को भी चकनाचूर कर देने वाली बारिश हो रही है।
बद्रीनाथ में मूसलाधार बारिश के चलते अलकनंदा नदी की धार हाइवे पर आ पड़ी है। पहाड़ों से उतरती नदी तेज उफान के चलते बिखरकर बद्रीनाथ हाइवे पर आ गई और सैलाब के आगे सड़क गुम हो गई। पहाड़ दरकने से भी हाइवे में कई जगहों पर मलबा जमा हो गया है। सड़क दो दिनों से बंद पड़ी है और मौसम को देखते हुए फिलहाल खुलने के आसार नहीं हैं।
रुद्रप्रयाग में भी जोरदार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। बस्तियों में पानी घुसने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। बारिश के चलते जहां-तहां भूस्खलन की तस्वीरें भी आम हो गई हैं। केदारघाटी इलाके में सड़कें टूटने से करीब दर्जनभर गांवों का संपर्क कट गया है।
मध्य प्रदेश के बैतूल में गुरुवार को हुई तेज बारिश में एक तीन मंजिला इमारत ढह गई। करीब 50 साल पुरानी इस इमारत की मरम्मत का काम चल रहा था, लेकिन तेज बारिश के आगे इमारत टिक नहीं सकी और भरभराकर नीचे आ गई। गनीमत ये रही कि हादसे के वक्त इसमें कोई नहीं था।