नई दिल्ली। आज अमेरिकी रिपब्लिकंस ने एक ऐसा दावा किया है जिससे आप शौक हो जाएंगे। दरअसल, आज यानी सोमवार को अमेरिकी रिपब्लिकंस ने एक जारी रिपोर्ट की। इस रिपोर्ट में समूची दुनिया में कोरोना महामारी फैलाने वाला वायरस चीन की वुहान लैब से लीक हुआ था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि वुहान इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिक कोरोना वायरस को बदलने का प्रयास कर रहे थे ताकि इससे इंसानों को संक्रमित किया जा सके। इस हेराफेरी को गोपनीय ढंग से किया जा रहा था।
बता दें कि, यह रिपोर्ट समाचार एजेंसी रॉयटर ने अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी के सूत्रों के हवाले से दी है। साथ ही यह भी दावा किया गया है कि अमेरिकी विशेषज्ञ और चीन व अमेरिकी के सरकारी फंड की मदद से यह काम किया जा रहा था। दरअसल, अमेरिकी पार्टी के सांसद और सदन की विदेश मामलों की कमेटी के प्रमुख माइक मैकॉल ने यह रिपोर्ट जारी की। इसमें आग्रह किया गया कि कोविड-19 महामारी का मूल पता करने के लिए बहुदलीय जांच होना चाहिए, जिसके कारण पूरी दुनिया के 44 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
वहीं गौरतलब है कि, वुहान लैब से कोरोना वायरस लीक होने को लेकर पहले भी कई बार दावे किए गए है। लेकिंन चीन इस लैब से जेनेटिक रूप से संशोधित कोरोना वायरस लीक होने के दावे का खंडन करता रहा है। वहीं अब चौकाने वाली बात यह है कि चीन भले इस बात का खंडन करें लेकिन साल 2019 में कोविड-19 का पहला संक्रमित वुहान में ही मिला था।