नई दिल्ली: अमेरिका में कोरोना ने तांडव मचाया हुआ है। कोरोना संक्रमण के मामले में अमेरिका टॉप पर बना हुआ है। यहां 34 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित है और एक लाख 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस भयावह स्थिति के बावजूद ट्रंप सरकार दावा कर रही है कि हमने टेस्टिंग ज्यादा की है और मृत्यु दर भी अमेरिका का कम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया दावा किया है कि दुनिया में अमेरिका ही कोरोना टेस्ट सबसे ज्यादा कर रहा है। हालांकि जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी और कई अन्य स्त्रोत ऐसा नहीं मानते हैं। ट्रंप ने कहा है कि कोविड-19 संबंधी अमेरिका का जांच कार्यक्रम दुनिया में सबसे बड़ा है, जो कि रूस, चीन, भारत और ब्राजील जैसे बड़े देशों से बेहतर है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बैठक में कहा, ‘हमारा देश उन देशों में शामिल है, जहां मरने वालों की दर सबसे कम है।’ राष्ट्रपति ने कहा कि उनके प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर जांच अभियान चलाने की वजह से इतने अधिक मामले हैं। उन्होंने कहा, ‘हम बाकियों की तुलना में अधिक जांच करते हैं। जब आप जांच करते हैं तो मामले सामने आते हैं। मैं आपको बता सकता हूं कि कुछ देश किसी के अस्पताल या डॉक्टर के पास आने पर ही जांच करते हैं। वे इस तरह से जांच करते हैं, इसलिए उनके देश में मामले सामने नहीं आ रहे।
ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हम बेहतरीन काम कर रहे हैं। हम टीका बनाने को लेकर अच्छा काम कर रहे हैं….हम उपचार पद्धति को लेकर अच्छा काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें जल्द ही अच्छी खबर सुनने को मिलेगी।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अभी तक निश्चित तौर पर अच्छा कर रहे हैं। हमारा जांच कार्यक्रम विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। अगर आप चीन, रूस या अन्य किसी देश, या भारत को ही देखेंगे… तो आप पाएंगे कि हम काफी बड़ी संख्या में जांच कर रहे हैं. ब्राजील से भी अधिक।
आपको पता है कि ब्राजील एक बड़ी समस्या का सामना कर रहा है लेकिन वे भी हमारी तरह जांच नहीं कर रहा।’ एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि दुनिया इस संक्रमण के लिए चीन को कभी माफ नहीं करेगी।