अमेरिका की चीन को चेतावनी- बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में US

Akanksha
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नई दिल्ली: कोरोना महामारी के दुनिया में फैलने के बाद चीन और अमेरिका के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। कोरोना से अमेरिका में तबाही मची हुई है। हजारों लोग जान गंवा चुके है और लाखों लोग इसकी चपेट में है। अब दोनों देशों के बीच टकराव और भी बढ़ता जा रहा है।

व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा है कि अमेरिका चीन के खिलाफ कई और कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि अमेरिका चीन के खिलाफ कौन से कदम उठाएगा।

व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी कैली मैक्नी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं ये तो नहीं बता सकता हूं कि चीन के खिलाफ हम आगे क्या ऐक्शन लेने वाले हैं लेकिन जल्द ही आप कुछ ऐसी कार्रवाई के बारे में सुनेंगे जो चीन से जुड़ी है। इस बात की मैं पुष्टि कर सकता हूं।”

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने बुधवार को ब्रिटिश उपनिवेश हॉन्ग कॉन्ग में नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर कहा कि चीन ने शहर पर कब्जा कर लिया है। ब्रायन ने कहा, “मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में चीन के संबंध में कई कदम देखेंगे। अमेरिका का कोई भी राष्ट्रपति चीन के खिलाफ उस तरह से नहीं खड़ा हुआ है जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप डटे हैं। वह पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिसने व्यापार असंतुलन खत्म करने के लिए चीनी सामान पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया।”

अमेरिकी सांसद मैट गैएट्ज ने एक ट्वीट में कहा कि अमेरिका को इस बात को लेकर ज्यादा सतर्क होना चाहिए कि चीन एक दुश्मन है और उसके खिलाफ ज्यादा ताकत और प्रतिरोध दिखाने की जरूरत है। अमेरिका में चीनी कंपनियों को बढ़ावा देकर अपने दुश्मन की मदद नहीं करनी चाहिए।

दरअसल, कोरोना वायरस की महामारी के बाद अमेरिका और चीन के संबंध और खराब हुए हैं। कोरोना से अमेरिका में हुई तबाही के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। हॉन्ग कॉन्ग में चीन के नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, उइगुर मुसलमानों के साथ बर्ताव और तिब्बत को लेकर भी दोनों देश आमने-सामने हैं।