संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने रविवार को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की। भोपाल में परीक्षा के लिए पंजीकृत 16,559 छात्रों में से 9,633 उपस्थित हुए, जिससे 58.17% उपस्थिति दर्ज हुई। जबकि इंदौर में निर्धारित केंद्रों पर 61 प्रतिशत उपस्थिति दर दर्ज की गई। दो पालियों में आयोजित की गई सुबह का सत्र सामान्य अध्ययन (जीएस) पेपर 1 के लिए और दोपहर का सत्र सिविल सेवा योग्यता परीक्षा (सी सेट ) पेपर 2 के लिए। उम्मीदवारों से मिली प्रतिक्रिया से पता चला कि सुबह का सत्र अपेक्षाकृत आसान था, जबकि दोपहर का सत्र समय लेने वाला और अधिक चुनौतीपूर्ण माना गया।
पहली बार परीक्षा दे रहे 29 वर्षीय तरुण बरनिया ने कहा कि पहला पेपर मध्यम कठिनाई वाला था, जबकि दूसरा पेपर समय लेने वाला और कुछ हद तक कठिन था। उन्होंने आगे कहा कि CSAT के पेपर में कठिन विकल्प थे और यह कुछ हद तक अप्रत्याशित था।
रविवार को इंदौर शहर के 37 केंद्रों पर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2024 में मात्र 61 प्रतिशत उम्मीदवार ही शामिल हुए 15,225 उम्मीदवारों के लिए व्यापक व्यवस्था के बावजूद शहर के केंद्रों पर कुल 9,238 उम्मीदवार उपस्थित हुए।
इंदौर भोपाल में हुई, सिविल सेवा परीक्षा में कड़ी निगरानी के बीच दो सत्रों में परीक्षा हुई। जिसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड तैनात किए गए थे। प्रवेश प्रक्रिया सुबह 8 बजे से शुरू हुई। कई स्तरों पर कड़ी सुरक्षा जाँच की गई। हालाँकि कुछ अभ्यर्थी स्मार्टवॉच और मोबाइल फोन जैसी प्रतिबंधित वस्तुएँ लाने का प्रयास करते पाए गए। दिशा-निर्देशों में प्रिंटेड ई-एडमिट कार्ड और वैध पहचान प्रमाण अनिवार्य होने के बावजूद, कई अभ्यर्थियों को अपने ई-एडमिट कार्ड प्रिंट न होने के कारण अंतिम समय में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने परीक्षा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों और दिशा-निर्देशों के पालन के महत्व पर जोर दिया। संयुक्त आयुक्त राजस्व शैली कनाश ने पुष्टि की कि परीक्षा बिना किसी बड़ी बाधा के संपन्न हुई।