यूपी पुलिस सिपाही परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार कुछ परीक्षा केंद्रो के पास साल्व पर्चे मिले है। वहीं इस मामले पर योगी सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है। पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने जांच समिति बनाई है. एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति बनाई गई है. ये समिति पेपर लीक की शिकायत, पेपर छपाई में गड़बड़ी,पेपर देर से पहुंचने,सनी लियोनी के एडमिट कार्ड मामले की जांच करेगी.
वहीं बलिया जिले में पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली करने के आरोप में नकल गिरोह के 11 सदस्यों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. उसने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है, जबकि एक अन्य मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में कांस्टेबल है.
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दिन सोशल मीडिया पर यह दावा किया जाने लगा कि पेपर लीक हो चुका है. ट्विटर पर छिड़ी बहस के बाद पेपर लीक की फर्जी खबरों पर आयोग एक्शन में आ गा है. परीक्षा के आखिरी दिन पेपर लीक मामले से जुड़े 93 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. 15 फरवरी के बाद नकल रोकने, परीक्षार्थियों, सॉल्वरों, सॉल्वर गिरोह के सदस्यों और पेपर लीक के आरोपी व्यक्तियों को निशाना बनाने के लिए जिला पुलिस और एसटीएफ द्वारा चलाए गए एक ठोस अभियान के तहत कुल 287 गिरफ्तारियां की गई हैं.
गौरतलब है कि यूपी सिपाही परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे.वहीं पुलिस प्रशासन के एक्सन के बाद अब इन मामलों में कमी आने की संभावना है. टीम गठन के बाद लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में दो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण भी किया था. उन्होंने बताया कि 17 और 18 फरवरी को दो पालियों में हो रही परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे.