मध्यप्रदेश के स्कूल में अनूठी पहल, छात्राओं की सुरक्षा के लिए लगाई बेटी की पेटी, शिकायत के लिए नहीं पड़ेगी थाने जाने की जरूरत

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प्रदेश में बालिकाओ के साथ बढ़ते अपराध को हमारे देश में सिर्फ इसलिए नज़र अंदाज किया जाता है क्युकी समाज का डर और पुलिस स्टेशन के चककर में कोण फसे लेकिन अब उज्जैन में छात्राओं को थाने जाकर अपनी समस्याएं बताने की जरूरत नहीं है। सीएम राइज खाचरौद स्कूल में पुलिस ने बेटी की पेटी लगाई है। इसमें छात्राएं व महिला स्टाफ अपनी समस्याएं लिखकर डाल सकेंगी। स्कूल की प्राचार्य पेटी खोलकर चिट्ठी पढ़कर पुलिस को सूचना देंगी।

स्कूल की प्रिंसिपल खोलेगी यह पेटी

महिलाओं व बालिकाओं के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए खाचरौद में पुलिस ने नया प्रयोग शुरू किया है। एसडीओपी पुष्पा प्रजापति ने सीएम राइज स्कूल में शुक्रवार को बेटी की पेटी लगाई है। इसमें बालिकाएं व महिलाएं अपनी समस्याएं लिखकर डाल सकेंगी। प्रत्येक माह में एक बार स्कूल की प्राचार्य पेटी खोलकर उसमें समस्या संबंधित चिट्ठी की जानकारी पुलिस को देगी। इस पर पुलिस तत्काल एक्शन लेगी।

अपनी समस्याओं को बता सकेंगी छात्राएं

पुलिस का कहना है कि बेटी की पेटी का मुख्य उद्देश्य बालिकाएं एवं महिलाएं अपने से संबंधित समस्याओं, दुर्व्यवहार को स्वजन को बताने में संकोच करती हैं। इस पेटी के माध्यम से वह निसंकोच होकर अपनी समस्याओं को बता सकेगी। इन्हें पूरी संवेदनशीलता एवं सहानुभूति के साथ निराकरण कर कार्रवाई की जाएगी। इससे छात्राएं बगैर किसी दबाव में स्वतंत्र एवं भयमुक्त होकर पढ़ाई एवं कार्य कर सकेंगी।

महिला हेल्प डेस्क का मोबाइल नंबर भी लगाया

बेटी की पेटी प्रत्येक एक माह के बाद खोली जाएगी। इसके बाद स्कूल के प्राचार्य द्वारा संबंधित थाने में इसकी जानकारी दी जाएगी। शिकायत का निराकरण किया जाएगा। इसके अलावा समस्या के त्वरित समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारी महिला अधिकारी एवं महिला हेल्प डेस्क के मोबाइल नंबर भी चस्पा किए गए हैं। इन पर फोन कर छात्राएं व महिलाएं अपनी समस्या बता सकती हैं।