इंदौर (Indore News) : इंदौर पुलिस द्वारा महिला व बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम हेतु पुलिस व सामाजिक संस्थाओं द्वारा समय-समय पर अभियान चलाकर, स्कूल/कॉलेज व बस्तियों आदि में बच्चों व महिलाओं के बीच पहुंच, उन्हें पम्पलेट्स, पर्चो व विभिन्न माध्यमों से अपराधों की रोकथाम आदि के संबंध में लगातार जागरूक किया जाता रहा है, जिसका कल एक सकारात्मक परिणाम निकला कि, एक 10 वर्षीय बालिका ने उक्त अभियान के दौरान बातों से जागरूक होकर, पुलिस के नंबर पर संपर्क कर, बड़ी हिम्मत व साहस का परिचय देकर, उसके साथ गलत हरकत करने वाले वहशी पिता के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध करवाया है।
कल दिनांक 27 अगस्त को थाना प्रभारी महिला थाना ज्योति शर्मा को दिन में 3.30 बजे लगभग एक बालिका का अज्ञात नंबर से फोन आया वह बहुत ज्यादा रुआंसी हो रही थी और बोल रही थी आप यहां जल्दी आ जाओ मेरे पापा बहुत गंदी हरकत करते हैं, इस पर थाना प्रभारी महिला थाना द्वारा उससे पूछा गया कि आप कहां रहते हो, कहां से बोल रहे हो, इतने में फोन कट गया और उसके बाद जब थाना प्रभारी महिला थाना द्वारा उस बालिका से संपर्क किया गया तो फोन बंद आने लगा।
तब ऐसा लगा छोटी बच्ची है उसकी परेशानी का निराकरण कैसे होगा, तभी लगभग 15 मिनट बाद एक दूसरे अज्ञात नंबर से फोन आया कि मैडम आप जल्दी आ जाओ। इस पर फिर से बालिका से पूछा बेटा आप कहां रहते हो तो उसने बताया गांधीनगर तरफ। इस पर तुरंत महिला पीसीआर में प्रधान आरक्षक चालक सुंदरलाल और आरक्षक साधना शुक्ला को समझाइश देकर रवाना किया गया कि तुरंत उस बालिका से संपर्क व बात कर वास्तविक स्थिति को समझें और तत्काल अवगत करावे।
इस पर महिला पीसीआर से साधना शुक्ला ने गांधीनगर जाकर उस बालिका को उसी नंबर पर संपर्क कर तलाश किया और उसके घर पहुंची, जहां पर पड़ोसियों ने बताया कि उसका पिता उस बालिका को और उसके छोटे भाई को लेकर जा चुका है। पुनः बालिका से बात करने पर थोड़ी सी दूर पर होना उस बच्ची ने बताया और फिर से बोलने लगी कि आप जल्दी आ जाओ। इस पर तत्काल पुलिस टीम वहां पहुंची, तब तक बालिका की मां भी वहां आ गई थी। उसके बाद पूरी बात सुनकर समझ कर पीसीआर में ही उस बालिका को उसकी मां के साथ बिठाया और उसे महिला थाने पर लेकर आयें। उक्त घटनाक्रम से पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती यांगचेन भूटिया एंव अति. पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती मनीषा पाठक सोनी को अवगत कराया, जिन्होंनें उक्त बालिका से अच्छें से सद्भावनापूर्वक व्यवहार करते हुए, उसके बताये अनुसार उचित वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
उक्त निदेशों पर महिला थाना प्रभारी द्वारा थाने पर बालिका से तसल्ली देकर उसकी मां के समक्ष विस्तृत बातचीत की गई, तो बालिका के द्वारा जो बताया गया बहुत ही रोंगटे खड़े करने वाला था, उसका पिता पालनहार ही उसके ऊपर गलत नियत रखकर उसके साथ गलत व्यवहार करता था। इस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसा उक्त 10 वर्षीय मासूम बालिका के वहशी पिता के विरूद्ध बच्ची को प्रताड़ित करने पर पॉक्सो एक्ट में प्रकरण पंजीबद्ध कर, तत्काल उसे गिरफ्तार किया गया है।
यह बालिका 10 वर्ष की एक मासूम सी छोटी बालिका है लेकिन हिम्मत और साहस कूट-कूट कर भरा है। उसने उसके पिता के द्वारा की गई हरकतों का पुरजोर विरोध किया और अपनी उम्र से बढ़कर कदम उठाते हुए उसके विरुद्ध शिकायत करने हिम्मत भी दिखाई। महिला थाना प्रभारी द्वारा उस बालिका से जब पूछा गया कि आपको मेरा नंबर कैसे मिला तो इतनी मासूमियत से जवाब दिया कि आप व पुलिस की टीम बहुत दिन पहले एक बार आए थे ना और आपने पर्चे बांटे थे उसमें से मैंने आपका नंबर देखा और मैंने आपको फोन किया।
उस वक्त पुलिस की कार्यप्रणाली का सकारात्मक पक्ष उभकर कर सामने आया कि, पुलिस द्वारा जो समय-समय पर बस्तियों, स्कूल, कॉलेज में जाकर बच्चों को गुड टच, बैड टच के बारे में बताया जाता है, वह बहुत कारगर है, इसके जरिये जागरूकता आती है। यदि सभी लोग इस बच्ची की तरह जागरूकता का परिचतय दे तो, इस प्रकार से अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है। इस छोटी सी बालिका का कार्य तारीफ के काबिल है। उक्त सराहनीय कार्यवाही में उक्त साहसी बालिका सहित महिला थाने की उप निरीक्षक रूपाली भदौरिया, प्रधान आरक्षक चालक सुंदरलाल, आरक्षक मनोज तथा आरक्षक साधना शुक्ला का महत्वपूर्ण योगदान रहा।