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सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम प्रणाली लोकतंत्र के लिए धब्बा : केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाह
Posted on: 06 Jun 2018 07:43 by krishna chandrawat
बिहार : मंगलवार को पटना में एक कार्यक्रम में मोदी सरकार के केंद्रीय मानव संशाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाह ने सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम सिस्टम को लोकतंत्र के लिए धब्बा बताया और कहा कि लोग योग्यता के आधार पर आरक्षण चाहते हैं लेकिन असल मायने में सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम प्रणाली योग्यता को ख़त्म कर रही है।
उन्होंने शीर्ष कोर्ट जजों की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, एक मछुआरे का लड़का वैज्ञानिक और फिर देश का राष्ट्रपति बन सकता है। लेकिन क्या नौकरानी का बेटा जज बन सकता है? हमारे देश में कॉलेजियम सिस्टम योग्यता को अनदेखा कर रहा है और यहा लोकतंत्र के लिए एक धब्बा है।पहले भी कह चुके है सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था पूर्ण नहीं
आपको बता दे कि इससे पहले भी मंत्री उपेन्द्र कुशवाह शीर्ष कोर्ट की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने एक कहा था कि न्यायालय में नियुक्ति करने का वर्तमान कॉलेजियम सिस्टम ठीक नहीं है। क्योंकि इससे देश के सभी लोगो को अवसर नहीं मिल रहा है। कुशवाहा ने कहा कि न्याय होना ही काफी नहीं है, यह दिखना भी जरूरी है, तभी जनता का भरोसा बढेगा।