नई दिल्ली : मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा मध्यप्रदेश की मंत्री इमरती देवी पर की गई अभद्र टिप्पणी की आंच न केवल राज्य तक सीमित रह गई है, बल्कि इसके चर्चे अब केंद्रीय स्तर भी हो रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जहां कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर इस मामले में कमलनाथ के ख़िलाफ़ एक्शन लेने की बात कही है, तो वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस मामले में गांधी परिवार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस मामले को लेकर कहा है कि, ”मुझे कोई औचित्य नहीं मिल रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री एक महिला नेता के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करें. मुझे हैरानी इस बात की है कि इस पर गांधी परिवार चुप क्यों है ? अब तक कमलनाथ पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में इस समय चुना का माहौल है. प्रदेश की कुल 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं और चुनाव के प्रचार के दौरान नेताओं की जुबान भी काबू में नहीं है. एक जनसभा को संबोधित करते हुए एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा था कि, ‘आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, ये क्या ‘आइटम’ है.”
एमपी उपचुनाव का गणित…
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा मार्च 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थित लगभग दो दर्जन विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था. वहीं कुछ विधायकों के निधन से एमपी में कुल 28 विधानसभा सीटें खाली हुई थी. ऐसे में अब इन 28 सीटों पर उपचुनाव के तहत 3 नवंबर को मतदान किया जाएगा. जबकि भाजपा पुनः सरकार में रहने में कामयाब रहती है या कांग्रेस अपनी साख़ बचते हुए वापस सत्ता में आती है इसका फ़ैसला 10 नवंबर को होगा.