केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सनातन धर्म और देश के नाम में बदलाव के मुद्दे पर बवाल के बीच अपने विचार रखे। उन्होंने कहा है कि नाम बदलने से कुछ नहीं बदलेगा और इसका बदलाव भारतीय आत्मा पर कोई प्रभाव नहीं डालेगा।
I.N.D.I.A गठबंधन पर हमला
केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी गठबंधन INDIA को निशाने पर लिया और कहा कि डीएमके मंत्री ए राजा के द्वारा सनातन धर्म के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां और हिंदूफोबिया का सामर्थ्य विश्वास दिलाते हैं।
विपक्षी नेताओं को लगाया आरोप
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्षी नेताओं को आरोप लगाया कि वे भारत की आत्मा को बदनाम कर रहे हैं और देश को तुष्टिकरण और ध्रुविकरण की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने सनातन धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी बात की और कहा कि सनातन शाश्वत है और सत्य है।
विवाद के बीच INDIA गठबंधन का स्वरूप
इस विवाद के बीच, INDIA गठबंधन में भी विवाद उत्पन्न हुआ है, और इसे भाजपा ने निशाने पर लिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्षी खेमा INDIA भी बीजेपी के खिलाफ उठे हुए हैं क्योंकि डीएमके INDIA गठबंधन का हिस्सा है।
राजा और अन्य नेताओं के बयानों पर उच्चारण
केंद्रीय मंत्री ने तमिलनाडु के निलगिरी से लोकसभा सांसद ए. राजा के सनातन धर्म को लेकर बयान को भी उच्चारण किया और कहा कि उन्होंने सनातन की तुलना एचआईवी से की थी जिसे ‘मिटाने की जरूरत है।’ उन्होंने भी उदयनिधि स्टालिन के बयान को याद दिलाया, जिन्होंने सनातन को डेंगू-मलेरिया कहा था।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विदेशी मंचों पर कांग्रेस के नेता हिंदूवाद को खत्म करने की बात कर चुके हैं और कहा कि परिवारवादी नेताओं ने ‘नफरत की दुकान’ चलाई है।
विपक्षी नेताओं से जवाब मांगा
केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी नेताओं से भी जवाब मांगा है और कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि वे इस मुद्दे पर चुप हैं। उन्होंने राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या कांग्रेस भी इस तरह के बयान से सहमत है।
इस तरह, यह विवाद भारतीय राजनीति में एक नया मुद्दा बन गया है और राजनीतिक गतिविधियों में उच्चारण की बढ़ती गति को सुझाता है।