यूक्रेन की सेना ने रूस की सीमा में घुसकर एक महत्वपूर्ण क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेनी सेनाएँ 30 किलोमीटर तक रूसी क्षेत्र में घुस आई हैं, विशेष रूप से कुर्स्क नामक क्षेत्र में। यूक्रेन ने इस अभियान में एक हजार से अधिक टैंक और तोपों का इस्तेमाल किया है और भारी गोलाबारी के साथ ड्रोन हमले भी किए हैं।
रूस की प्रतिक्रिया और आंतरिक संकट
इस स्थिति से निपटने के लिए रूस ने 80 हजार लोगों को उस इलाके को खाली करने का आदेश दिया है। यह कदम रूस के लिए बड़ा संकट लेकर आया है, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार किसी दूसरे देश की सेना रूसी धरती पर दाखिल हुई है।
वैक्यूम बम का खतरा
रूस की ओर से जवाबी हमलों की संभावना जताई जा रही है, जिसमें वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जा सकता है। थर्मोबेरिक या वैक्यूम बम, जो ऑक्सीजन और नमी को अवशोषित कर दम घुटने जैसी स्थितियाँ उत्पन्न करता है, पहले भी रूस द्वारा इस्तेमाल किया गया है। यह बम बड़ी संख्या में लोगों की जान ले सकता है और इसके इस्तेमाल की संभावना को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
ज़ापोरिज़िया परमाणु संयंत्र की स्थिति
यूक्रेन के ज़ापोरिज़िया में स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर रूस का कब्जा है। हाल ही में, रूस ने इस प्लांट के कूलिंग सेंटर में आग लगा दी है और चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन ने आगे कोई कदम बढ़ाया, तो इस संयंत्र को उड़ा दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है, तो इसका असर कई यूरोपीय देशों पर पड़ सकता है और एक बड़े मानव संकट का कारण बन सकता है।