मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विक्रम उद्योगपुरी ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए देश के सबसे स्वच्छ औद्योगिक पार्क का खिताब जीता है। यह सम्मान फिक्की द्वारा शुरू किए गए ‘स्वच्छ औद्योगिक पार्क’ अभियान के तहत दिया गया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा 21 नवंबर को दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित एक भव्य पुरस्कार समारोह में विक्रम उद्योगपुरी को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया।
मध्य प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि
यह सम्मान न केवल उज्जैन के विकास को नई ऊंचाई प्रदान करेगा, बल्कि विक्रम उद्योगपुरी को एक आदर्श उदाहरण के रूप में स्थापित करेगा, जिसे अन्य औद्योगिक क्षेत्रों द्वारा अनुसरण किया जाएगा। इस पुरस्कार ने न केवल उज्जैन का नाम रोशन किया है, बल्कि मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास में भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
राजेश राठौड़, एमपीआईडीसी (मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम) के कार्यकारी निदेशक, ने यह सम्मान प्राप्त किया। इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अन्य सरकारी अधिकारियों ने इसे प्रदेश और देश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
फिक्की का ‘स्वच्छ औद्योगिक पार्क’ अभियान
यह पुरस्कार फिक्की द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत शुरू किए गए ‘स्वच्छ औद्योगिक पार्क’ अभियान का हिस्सा है। इस पहल का उद्देश्य औद्योगिक क्षेत्रों में स्वच्छता, पर्यावरणीय स्थिरता और बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देना है। फिक्की ने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए इस अभियान के अंतर्गत एक निष्पक्ष मूल्यांकन प्रक्रिया अपनाई।
विक्रम उद्योगपुरी ने अपने बेहतरीन प्रयासों से 140 औद्योगिक पार्कों को पीछे छोड़ते हुए यह प्रतिष्ठित खिताब जीता। इस पार्क में पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक जल प्रबंधन प्रणाली, हरित क्षेत्र और ऊर्जा-कुशल संरचनाओं का निर्माण किया गया है। यहां स्थापित अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली भी अत्याधुनिक है, और स्वच्छता बनाए रखने के लिए उद्योगों और श्रमिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उज्जैन का नाम राष्ट्रीय पटल पर चमका
विक्रम उद्योगपुरी को मिला यह पुरस्कार उज्जैन और मध्य प्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसने प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है और विक्रम उद्योगपुरी को औद्योगिक स्वच्छता और पर्यावरणीय जागरूकता का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है।
यह पुरस्कार उज्जैन को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों को भी बढ़ावा देगा। मध्य प्रदेश की ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2025 की तैयारियों के तहत प्रदेश के औद्योगिक विकास को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं, और विक्रम उद्योगपुरी का यह सम्मान उस दिशा में एक अहम कदम है।
विक्रम उद्योगपुरी 1133 एकड़ में फैला हुआ है और इसे औद्योगिक, आवासीय और व्यावसायिक उपयोग के लिए डीएमआईसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसमें करीब 350 करोड़ रुपये की लागत से बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़कों, बिजली के सबस्टेशन और जल आपूर्ति का निर्माण किया गया है।
इसमें 102 भूखंडों में से 77 उद्योगों को आवंटित किए गए हैं, और यहां निवेश करने वाली कंपनियों में प्रमुख नाम जैसे पंचमहल, अमूल, पेप्सिको इंडिया, वीही कमर्शियल और अन्य शामिल हैं। इन निवेशों से 15,060 रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं, और इससे जुड़े 31 अन्य कंपनियों से 2991 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव भी आए हैं।
मेडिकल डिवाइस पार्क
उद्योगपुरी में एक और महत्वपूर्ण परियोजना “मेडिकल डिवाइस पार्क” का निर्माण किया जा रहा है, जो भारत सरकार की ‘मेडिकल डिवाइस पार्क प्रमोशन योजना’ के तहत स्थापित होगा। यह पार्क मेडिकल उपकरणों के निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है। अब तक इस पार्क में 97 एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है, जिसमें 1855 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है।