उज्जैन। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम (Kumar Purshottam) ने आज समय सीमा के लम्बित पत्रों की समीक्षा की तथा निर्देश दिये कि लम्बित पत्रों का निराकरण निर्धारित समयावधि में ही किया जाये। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में जिले की रेकिंग में सुधार आने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को बधाई देते हुए हेल्पलाइन पर निरन्तर ध्यान देने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने कृषि विभाग द्वारा सीएम हेल्पलाइन में लम्बित शिकायतों का निराकरण नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एक-एक शिकायत पर ध्यान देकर उनका निराकरण करने के लिये कहा है।
कलेक्टर ने टीएल बैठक में नहीं आने पर हथकरघा विभाग के सहायक संचालक साबिर हुसैन एवं मप्र अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारी संतोष श्रीवास्तव को कारण बताओ सूचना-पत्र जारी करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में अपर कलेक्टर मृणाल मीना, जिला पंचायत सीईओ अंकिता धाकरे, नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह, एडीएम संतोष टैगोर, अपर कलेक्टर अनुकूल जैन एवं जिले के सभी एसडीएम व जिला अधिकारी मौजूद थे।
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कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए सभी जिला अधिकारियों को कहा है कि अधीनस्थ कर्मचारियों पर काम नहीं करने पर कार्यवाही करें तथा स्वयं सीएम हेल्पलाइन की मॉनीटरिंग करें। कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि जिले में किसी भी तरह का अवैध खनिज उत्खनन नहीं होना चाहिये। इस तरह की शिकायत मिलने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने मंगलनाथ मन्दिर एवं कालभैरव मन्दिर में चल रहे निर्माण कार्यों की गति तेज करने के निर्देश उज्जैन विकास प्राधिकरण को दिये हैं। साथ ही कहा है कि सभी मन्दिरों में दिव्यांगों के लिये प्रवेश हेतु रैम्प बनाये जायें।
कलेक्टर ने शासकीय विभागों को भूमि आवंटन के सम्बन्ध में तत्परतापूर्वक कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा है कि भूमि आवंटन की फाईल 18वे दिन उनको ऑनलाइन प्रस्तुत हो जाना चाहिये। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना समन्वयक को निर्देश दिये हैं कि वे एक मार्च को आयोजित होने वाली जल जीवन मिशन की बैठक में स्कूलों एवं आंगनवाड़ियों में पेयजल उपलब्धता की रिपोर्ट लेकर उपस्थित रहें।
पेयजल स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश
कलेक्टर ने बैठक में जिले की सभी जनपद पंचायतों के सीईओ को निर्देश दिये हैं कि वे एक-एक गांव का आंकलन करके वहां पर पेयजल की उपलब्धता व समस्या के बारे में रिपोर्ट तैयार करें। जिन ग्रामों में जून माह में पानी की समस्या हो सकती है, उन ग्रामों को जल जीवन मिशन से समन्वय कर पेयजल प्रदाय करने की योजना बनाई जाये। सभी जनपद सीईओ को जनपद के पीएचई व ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के सहायक यंत्रियों के साथ बैठक कर पुख्ता कार्य योजना बनाने को कहा गया है।
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