Ujjain : अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अवसर पर गढ़कालिका मंदिर पर वागर्चन हुआ सम्पन्न

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उज्जैन(Ujjain) : अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अवसर पर प्रतिवर्ष वागर्चन का कार्यक्रम होता है। इसमें महाकवि की आराध्या गढ़कालिका देवी का पूजन एवं स्तोत्र पाठ बुधवार 2 नवम्बर प्रातः 10 बजे गढ़कालिका मंदिर पर हुआ। संत सुंदरदास सेवा संस्थान एवं युग निर्माण शिक्षण समिति उज्जैन के सहकार से आयोजित इस कार्यक्रम में विक्रम विवि के कुलपति प्रो.अखिलेषकुमार पाण्डे, पूर्व कुलपति प्रो. बालकृष्ण शर्मा, कालिदास संस्कृत अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ.सन्तोष पण्ड्या, महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विवि के विभागाध्यक्ष डॉ.तुलसीदास परौहा, कालिदास समिति के सचिव प्रो.शैलेन्द्रकुमार शर्मा, अकादमी की उपनिदेशक डॉ.योगेश्वरी फिरोजिया।

महाकालेश्वर वैदिक संस्थान के आचार्य डॉ.पीयूष त्रिपाठी, डॉ.रमेश शुक्ल,  मोहन खंडेलवाल, सत्यनारायण नाटानी, सुभाष कूलवाल, दिनेश खण्डेलवाल,  अशोक माचीवाल, सिद्धेश्वर दास, अनिल गुप्ता, राजेन्द्र सौंखिया, सुशील सामरिया, मुकेश मेठी, प्रेमनारायण खण्डेलवाल, विनोद काबरा, आशीष नाटानी, अनिल बारोड आदि ने देवी का पूजन किया। इस अवसर पर कालिदास विरचित श्यामलादण्डकम् सहित अन्य स्तोत्रों का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन मोहन मुकुल ने किया।

अ.भा. कालिदास समारोह की मंगल कलशयात्रा आज

अ.भा. कालिदास समारोह का निमंत्रण देने के उद्देश्य से परम्परानुसार कलशयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 3 नवम्बर को प्रातः 10 बजे रामघाट पर माँ शिप्रा एवं कलश पूजन होगा। तत्पश्चात् प्रातः 10.30 बजे से महाकाल मंदिर से कलशयात्रा प्रारंभ होगी। कलशयात्रा में भावनगर गुजरात के लोक कलाकारों का दल नितिनभाई दवे के मार्गदर्शन में एवं झाबुआ के हिंदूसिंह अमलीयार के पारम्परिक लोकदल द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति सम्पूर्ण कलश यात्रा मार्ग की जाएगी।

साथ ही कलशयात्रा मार्ग पर संस्कार भारती के रांगोली दल द्वारा सुन्दर रांगोली का निर्माण किया जाएगा। कलशयात्रा गुदरी चौराहा, गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, कंठाल, नईसड़क, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुण्डा चौराहा, टॉवर चौक, शहीद पार्क, ढक्कन वाला कुआं, गुरुद्वारा, पुलिस कंट्रोल रूम, दशहरा मैदान चौराहा, संजीवनी अस्पताल के सामने से होती हुई अकादमी परिसर पहुँचेगी जहाँ मंगल कलश की स्थापना होगी।

कलशयात्रा के संयोजक वासुदेव केसवानी ने बताया कि शहर के विभिन्न समाजों, संगठनों, व्यापारी एसोसिएशन की ओर से यात्रा का स्वागत किया जाएगा तथा कलशयात्रा एवं कालिदास समारोह में भागीदारी के लिए आह्वान किया जाएगा। कलशयात्रा के प्रभारी अनिल बारोड़ ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राएँ, बैण्ड, बग्घी, ढोल, कडाबीन, महाकालेश्वर मंदिर का चाँदी का ध्वज, रंगकर्मियों के दलों द्वारा महाकवि कालिदास की कृति विक्रमोर्वशीय पर आधारित झाँकियाँ निकाली जाएंगी। साथ ही महाराजा विक्रमादित्य के नवरत्नों के चित्र शामिल भी होंगे। कलश यात्रा में शहर के जनप्रतिनिधिगण, केन्द्रीय समिति के सदस्य, स्थानीय समिति के सदस्य, गणमान्य नागरिक, वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।