मध्यप्रदेश: एमपी के उज्जैन से हाल ही में एक बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि महाकाल की नगरी उज्जैन में अब जल्द ही भक्तों की मुराद पूरी हो सकेगी। क्योंकि 11 सितंबर से भक्तों को भस्म आरती में प्रवेश दिया जाएगा। इसका फैसला महाकाल प्रबन्ध समिति ने आज हुई बैठक में लिया है। बता दे, 7 सितंबर से एक महीने के लिए भस्म आरती की बुकिंग ओपन की जाएंगी। लेकिन भस्म आरती के पहले भक्त हरिओम जल नहीं चढ़ा सकेंगे।
जानकारी के मुताबिक, महाकाल मंदिर समिति ने ये भी निर्णय लिया है कि अब भस्म आरती में श्रद्धालुओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ प्रवेश दिया जाएगा। ऐसे में नंदी हाल पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही जल्द ही अब सभी वीआईपी को मंदिर में प्रवेश के लिए 100 रुपए दान राशि जमा करानी होगी। कहा जा रहा है कि एक साल पांच महीने और 15 दिन से भस्म आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद था। जो अब अगले सप्ताह से खुल जाएगा।
50 फीसदी क्षमता के साथ प्रवेश –
आपको बता दे, उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि नंदी हॉल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। लेकिन गणेश मंडपम, कार्तिकेय मंडपम में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ श्रद्धालुओं को आने की इजाजत रहेगी। वहीं उन्हें ऑनलाइन बुकिंग कराना होगी। महाकाल मंदिर में कुल 1850 श्रद्धालु एक साथ बैठकर भस्मारती में सम्मलित हो सकते हैं। अब शुक्रवार को होने वाली मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि भस्म आरती में कैसी व्यवस्था होगी।