उज्जैन : आगामी समय में इन्दौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन एवं ग्लोबल इंवेस्टर मीट के मद्देनजर उज्जैन आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार हो, होटल में उन्हें उच्च कोटि की सेवाएं प्रदान की जायें व समस्त नियम कायदों का पालन किया जाये, इसको लेकर छोटे एवं मध्यम होटल व्यवसायियों की बैठक विक्रम कीर्ति मन्दिर में आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने होटल व्यवसायियों से कहा कि वे सप्ताहांत पर किराया न बढ़ायें, पूरे सप्ताह एक समान किराया रखें, पार्किंग की सुविधा विकसित करें व अच्छे भोजन व अच्छी सेवाओं से यात्रियों का दिल जीतें, जिससे आने वाले समय में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु और अधिक बार उज्जैन यात्रा का मन बनायें। कलेक्टर ने कहा है कि होटल व्यवसायी यदि अच्छी सेवाएं देंगे तो यात्रीगण फिर से आने पर उसी होटल की खोज करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह सतत चलने वाला सिलसिला है। यदि सेवा में कमी या व्यवहार में त्रुटि पाई जायेगी तो यहां आने वाले श्रद्धालु आने से कतरायेंगे। उज्जैन के पर्यटन एवं यहां की अर्थव्यवस्था को महा महाकाल लोक बनने के बाद से गति मिली है। अभी तो महा महाकाल लोक का द्वितीय चरण भी तैयार होना है। इसके बाद जितने लोग आज आ रहे हैं, उससे कहीं बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां आयेंगे। श्रद्धालुओं के आगमन का निरन्तर लाभ लेने के लिये उच्च कोटि की अतिथि सत्कार परम्परा का हमारा लक्ष्य होना चाहिये। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी भी प्रकार की शिकायत मिलती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह ने कहा कि उज्जैन शहर की जनसंख्या की तुलना में उससे कई गुना लोग यहां आकर चले जाते हैं। बाहर से आने वाले लोगों को हम किस तरह की सुविधा देते हैं, इस बात पर हमारे शहर की छवि निर्भर करेगी। उज्जैन की छवि न केवलदेश बल्कि विदेश में भी हमें चमकाना है, इसलिये सभी होटल व्यवसायी अपने स्तर से नियमों का पालन करें व स्वच्छता में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि यदि होटल प्लास्टिक का इस्तेमाल करना बन्द कर दें, तो इससे भी छवि में सुधार होगा।
जो भी होटल कूड़े-कचरे को कम करने में सहभागिता करेंगे, उनको नगर निगम की ओर से कुछ विशेष सुविधाएं प्रदान की जायेंगी। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनन्द ने कहा कि सभी होटल व्यवसायी सीसीटीवी कैमरा अच्छी लोकेशन पर लगायें, जिससे आने-जाने वाले लोगों की रिकॉर्डिंग हो सके। पिक्चर क्वालिटी अच्छी होना आवश्यक है व रिकॉर्डिंग मांगे जाने पर उपलब्ध करवाई जाये। अधीनस्थ कर्मचारियों को फायर सेफ्टी के लिये लगाये गये यंत्रों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाये।
बैठक का संचालन करते हुए एडीएम संतोष टैगोर ने कहा कि सभी होटल व्यवसायी आने वाले श्रद्धालुओं से परिचय पत्र प्राप्त करें। अपने यहां सीसीटीवी कैमरा लगायें। खाद्य सामग्री निर्माण करने के लिये खाद्य एवं औषधी प्रशासन से आवश्यक लायसेंस प्राप्त करें, फायर सम्बन्धी एनओसी प्राप्त करें, जिन होटलों में पार्किंग नहीं है वे आसपास कहीं पार्किंग विकसित करें, होटल के सम्पत्ति कर को समय पर जमा करें।
बैठक में महाकालेश्वर मन्दिर के प्रशासक संदीप सोनी ने महाकालेश्वर मन्दिर की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि सभी होटल संचालकों को समय-समय पर की गई दर्शन व्यवस्थाओं एवं दानराशि के बारे में अवगत कराया जायेगा। उन्होंने शीघ्र दर्शन, भस्म आरती दर्शन एवं गर्भगृह में जल अर्पण से सम्बन्धित जानकारी विस्तार से दी। सोनी ने होटल व्यवसायियों से कहा कि भस्म आरती के सम्बन्ध में मन्दिर प्रशासन द्वारा शत-प्रतिशत लोगों से फिडबेक लेना प्रारम्भ किया गया है। अत: यह सुनिश्चित किया जाये कि मन्दिर द्वारा निर्धारित दानराशि से अधिक राशि किसी भी श्रद्धालु से न ली जाये। यदि ऐसा पाया गया तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।