महाकालेश्वर मन्दिर को लेकर कलेक्टर की समीक्षा बैठक, दिए ये अहम निर्देश

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उज्जैन : मंगलवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के कार्यालय के सभाकक्ष में श्री महाकालेश्वर मन्दिर और रूद्र सागर विकास परियोजना ‘मृदा’ की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि महाकालेश्वर मन्दिर और रूद्र सागर का विकास आगामी सिंहस्थ महापर्व को ध्यान में रखकर किया जाना जरूरी है। कलेक्टर ने हरिफाटक ब्रिज के चौड़ीकरण के लिये बनाये जा रहे प्रस्ताव की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का इस्टीमेट मृदा स्टेज-1 में बनाया जाये। बैठक में पावर पाइन्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई कि त्रिवेणी संग्रहालय जाने वाली भुजा का चौड़ीकरण किया जाना प्रस्तावित है।

कलेक्टर ने नगर निगम के इंजीनियर को इस्टीमेट बनाने और बेसिक सर्वे के लिये राजस्व विभाग और स्मार्ट सिटी को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिये। माधवगंज और भगतसिंह रोड में बनाये जाने वाले अण्डरपास पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि इस मार्ग में कोई निजी भूमि तो नहीं आ रही है, इस बात की जानकारी प्राप्त की जाये। त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मन्दिर तक सड़क निर्माण योजना पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि सड़क के किनारे पर ब्रिकवाल बनाई जाये। हरसिद्धि पाल से रामघाट तक फुटब्रिज बनाये जाने पर भी बैठक में चर्चा की गई। बड़ा गणेश मन्दिर से लेकर छोटा रूद्र सागर के मार्ग के चौड़ीकरण किये जाने हेतु प्रस्ताव पर आगे कार्यवाही किये जाने के लिये कहा गया। महाकाल थाने के पास की सड़क निर्माण के लिये कलेक्टर ने इंटीग्रेटेड प्लान बनाये जाने के लिये कहा, इस हेतु उन्होंने सर्वे करने के निर्देश दिये।

महाराजवाड़ा स्कूल को नूतन स्कूल में शिफ्ट करने तथा उर्दू स्कूल को माधवगंज में शिफ्ट किये जाने की योजना पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि उर्दू स्कूल और महाराजवाड़ा के शिफ्टिंग के पश्चात जो जमीन खाली होगी, उसका चिन्हांकन किया जायेगा। बैठक में महाकाल थाने और चौकी को शिफ्ट किये जाने पर चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि रूद्र सागर के सौन्दर्यीकरण हेतु इसका गहरीकरण किया जायेगा तथा इसे शिप्रा नदी से जोड़ा जायेगा। साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से भी रूद्र सागर में जलस्तर को मेंटेन किये जाने का प्रयास किया जायेगा। महाकाल कॉरिडोर को और अधिक आकर्षक बनाये जाने के लिये वहां वृक्षारोपण, दीवारों पर भगवान शिव से सम्बन्धित आकर्षक पेंटिंग और आध्यात्मिक मंत्रों का लेखन किया जायेगा। बाहर से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये आने वाले आगन्तुकों के लिये स्मार्ट मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जायेगी।

कलेक्टर ने कहा कि दिन-प्रतिदिन काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये आते हैं, इसीलिये विशेष पर्वों पर भीड़ नियंत्रण के लिये कारगर उपाय भी मृदा फेज-1 में रखे जायें, जिन पर आने वाले समय में विचार किया जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि महाराजवाड़ा स्कूल को हैरिटेज धर्मशाला के रूप में विकसित किया जायेगा। बैठक में एडीएम जितेन्द्रसिंह चौहान, प्रशासक महाकालेश्वर मन्दिर समिति श्री एसएस रावत, एएसपी रूपेश द्विवेदी, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, एसडीएम आरएम त्रिपाठी, नगर निगम के इंजीनियर धर्मेंन्द्र वर्मा, मृदा और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी, कार्यपालन यंत्री तथा विभिन्न सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।