टेण्डर हासिल करने के लिए की धोखाधड़ी, जिम्मेदारों के ख़िलाफ़ एफआईआर

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उज्जैन : सीईओ उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड जितेन्द्रसिंह चौहान द्वारा बताया गया है कि उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा मेसर्स प्रीसाईश ऑटोमेशन, जोधपुर राजस्थान के विरूद्ध गलत जानकारी देकर टेण्डर हासिल करने के सम्बन्ध में माधवनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा व्हीकल ट्रैकिंग मैनेजमेंट सिस्टम हेतु अगस्त 2017 में निविदा विज्ञप्ति जारी की थी। निविदा प्रक्रिया उपरांत मेसर्स प्रीसाईश ऑटोमेशन जोधपुर को कार्यादेश जारी किया गया था।

बाद में एक शिकायत की जाँच के दौरान मेसर्स प्रीसाईश ऑटोमेशन द्वारा निविदा अंतर्गत प्रस्तुत किये गये दस्तावेजों के क्रॉस वेरीफिकेशन उपरांत यह पाया गया कि उनके द्वारा कार्यानुभव के रूप में एक फर्म का प्रस्तुत किया गया कार्यादेश फर्जी है। इस सम्बन्ध में मेसर्स प्रीसाईश ऑटोमेशन को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगे जाने पर उनके द्वारा कोई समाधानकारक उत्तर नहीं दिया।

अतः निविदा शर्तों के उल्लंघन करने के कारण उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा मेसर्स प्रीसाईश ऑटोमेशन को टर्मिनेट किया गया तथा उनके द्वारा प्रस्तुत परफोरमेंस सिक्यूरिटी की राशि राजसात की कार्यवाही की गई तथा गलत जानकारी देकर टेण्डर हासिल करने के कारण पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

सीईओ उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड जितेन्द्रसिंह चौहान द्वारा बताया गया है कि अत्यंत धीमे एवं त्रुटिपूर्ण कार्य करने के कारण मेसर्स विजयवर्गीय इन्फ्रा इंजीनियर्स प्राय. लिमि. का ठेका निरस्त कर परफोरमेंस सिक्यूरिटी की राशि राजसात की कार्यवाही की जा रही है।

उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा मेला कार्यालय भवन द्वितीय तल पर इन्क्यूबेशन सेंटर निर्माण कार्य अंतर्गत इंटीरियर वर्क एण्ड फर्नीचर्स हेतु मेसर्स विजयवर्गीय इन्फ्रा इंजीनियर्स प्राय. लिमि को कार्यादेश जून 2019 मे जारी किया गया था। कार्य की अवधि 6 माह थी। ठेकेदार को अत्यंत धीमे , त्रुटिपूर्ण एवं लापरवाही पूर्वक कार्य करने के सम्बन्ध में कई नोटिस भी जारी किये गये किन्तु ठेकेदार द्वारा कोई समाधान कारक प्रत्युतर नहीं दिया गया। अतः उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा ठेकेदार मेसर्स विजयवर्गीय इन्फ्रा इंजीनियर्स प्राय. लिमि का ठेका तत्काल प्रभाव से निरस्त कर परफारमेंस सिक्यूरिटी की राशि राजसात की कार्यवाही की कार्यवाही की जा रही है तथा शेष बच रहा कार्य रिस्क एण्ड कॉस्ट बेस पर कराये जाने का निर्णय लिया है।