उज्जैन बना म.प्र. का स्मार्ट मीटर वाला तीसरा शहर

Shivani Rathore
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इंदौर : म.प्र. में रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य को और गति देते हुए पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने शुक्रवार से उज्जैन शहर में मीटर स्थापना का कार्य प्रारंभ किया है। इंदौर, रतलाम के बाद इस तरह के अत्याधुनिक मीटर वाला अब उज्जैन तीसरा शहर बन गया है।मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि उज्जैन के खेड़ापति बिजली जोन के तहत उपभोक्ता श्रीमती शालिनी धर्मेंद्र निगम के तिरूपति एवेन्यू स्थित निवास पर पहला मीटर लगाया गया।

प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने बताया कि जनवरी अंत से रतलाम एवं उज्जैन में स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं को ऊर्जस एप पर स्मार्ट मीटर लाइव मिलने लगी। श्री तोमर ने बताया कि कंपनी आगामी एक माह के दौरान देवास, महू, खरगोन में भी स्मार्ट मीटर स्थापना प्रारंभ करेगी। ये पूरे शहर स्मार्ट मीटर वाले होंगे। इन स्थानों पर मीटर रीडरों का काम खत्म हो जाएगा, हर माह की अंतिम तिथि पर मीटर से रेडियो फ्रिक्वेंसी तरीके से डाटा सीधे बिलिंग सेक्शन पहुंच जाएगा। बिजली कंपनी इन स्मार्ट मीटर के लिए उपभोक्ताओ से कोई भी शुल्क नहीं लेगी।

शुभारंभ समारोह
उज्जैन में शुक्रवार को स्मार्ट मीटर शुभारंभ के संक्षिप्त समारोह में स्मार्ट मीटर सेल के प्रभारी श्री डीएस चौहान, उज्जैन अधीक्षण यंत्री श्री आशीष आचार्य, इंजीनियर श्री एसएन वर्मा, श्री राजीव पटेल आदि मौजूद थे।

बिजली आपूर्ति एवं राजस्व संग्रहण में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी

-मप्रपक्षेविविकं प्रबंध निदेशक श्री तोमर का देवास जिला दौरा

उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति एवं सही बिलों की समय पर वसूली मप्र शासन एवं बिजली कंपनी का प्रमुख ध्येय है। दोनों ही कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नही होगी। उक्त निर्देश मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने दिए। शुक्रवार के जिले दौरे पर आए श्री तोमर ने करनावद, बागली, कन्नौद, सोनकच्छ आदि स्थानों का दौरा किया, कस्बों एवं देहात की बिजली वितरण व्यवस्था की बिंदुवार जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रतिदिन 10 घंटे एवं शेष सभी उपभोक्ताओं को 24 घंटे गुणवत्ता से बिजली मिले, इस पर सभी इंजीनियर, लाइनमैन गंभीरता से ध्यान रखे।

उन्होंने कहा कि किसानों को दी जाने वाली बिजली की मात्र 7.50 फीसदी राशि हमें एफआरटी के रूप में बिल कर वसूलना है, यह रकम शत प्रतिशत इसी माह एकत्र की जाए। उन्होंने ट्रांसफार्मरों के रखरखाव, उपभोक्ता शिकायत निवारण समय पर करने, सीएम हेल्प लाइन प्रकरणों पर ध्यान देने, विद्युत संबंधी कार्य करते समय सुरक्षा उपकरणों के उपयोग, समय पर रीडिंग, बिल वितरण, राजस्व संग्रहण आदि को लेकर इंजीनियरों को निर्देशित किया। इस मौके पर उज्जैन के मुख्य अभियंता श्री पुनीत दुबे, अधीक्षण यंत्री श्री अमित सक्सैना देवास, कार्यपालन यंत्री श्री बीएम गुप्ता बागली, श्री आरपी कुंडल कन्नौद, श्री राकेश जौहर सोनकच्छ प्रमुख रूप मौजूद रहे।