उज्जैन: उज्जैन में बीजेपी विधायकों का प्रशिक्षण चल रहा है जिसमे प्रदेश के कई बड़े बीजेपी नेता, सांसद भी मौजूद रहे है, इस आयोजन के दौरान सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रशिक्षण में विधायकों को संबोधित करते हुए कहा है कि “जनता की जो अभिलाषा है उस पर पूरी तरह खरे उतरे यही मंशा हैं” इतना ही नहीं सिंधिया ने खुद को सौभग्यशाली बताते हुए कहा है कि इस साथ ही उन्होंने कहां है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद में जो में तारीफ की गयी है इसके लिए में सौभगयशाह्ली हु, उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया है।
इस प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने से पहले सिंधिया ने महांकाल मदिर गए और बाबा महांकाल के दर्शन भी किये और उज्जैन के विकास को लेकर केंद्र सरकार द्वारा की गयी मंजूर राशि के लिए भी आभार जताया, साथ ही अपने इस प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने का समर्थक मंत्री ओ पी एस भदौरिया को बताया है। आगे उन्होंने कहा है कि हमने अपनी मेहनत से नेताओं का दिल भी जीता है और कार्यकर्ताओं का विश्वास भी जीता है बीजेपी ने हम को आत्मसात किया है बहुत विशाल हृदय की पार्टी है। इतना ही नहीं प्रशिक्षण वर्ग के आयोजन के लिए उनका कहां है कि पार्टी द्वारा कराये जा रहे इस तरह के प्रशिक्षण से हम जैसे लोगों को मार्गदर्शन और दिशा मिलता ही है, और इससे प्रशिक्षण के बाद जो परिणाम आते हैं वह प्रदेश के विकास और पार्टी को मजबूत करने में सहायक होते हैं।
दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग पर बोले CM शिवराज सिंह-
वहीं, प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा है कि- कार्यकर्ता को सुध और स्वक्छ करने के लिए समय समय पर प्रशिक्षण होते रहना चाहिए। और इसके लिए हम जैसे कार्यकर्ता लालटेन का कांच हैं, कई बार कांच पर धूल जम जाती है जिससे प्रकाश दूर तक नहीं जा पाता, ऐसे में समय समय पर कांच की धूल साफ होते रहना चाहिए। यह कहते हुए CM ने इस आयोजन के दौरान विधायकों को संबोधित किया।
प्रशिक्षण वर्ग के लिए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान-
इस आयोजन के लिए प्रदेश के ग्रह मंत्री ने भी इसका समर्थन किया है और कहा है कि “हम किस विधा में हैं उसका हमें पूर्ण ज्ञान होना आवश्यक है और अगर हम अपने आप को अपूर्ण पाते हैं तो प्रशिक्षण आवश्यक है। इतना ही बीजेपी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि “सिंधिया समर्थक विधायकों के प्रशिक्षण वर्ग में शामिल हुए है उनके लिए भी कुछ कहा है “जो जल गंगा जी में मिल जाता है वह गंगाजल हो जाता है” एकमात्र राजनीतिक दल बीजेपी ही है जो अपने पार्टी को परिवार मानकर चलता है बाकी के परिवार की पार्टियां हैं।