ज्योतिषी विद्या में मनुष्य की सभी परेशानियों का हल छुपा है
देश-विदेश के 350 विद्वानों का नृसिंह वाटिका में लगा जमावड़ा, सभी मुख्य अतिथियों के साथ ही वक्ताओं ने किया संबोधित
आज सम्मान समारोह के साथ होगा सम्मेलन का समापन, दो अलग-अलग सत्रों में वक्ता करेंगे संबोधित
नारद ऋषि पत्रकार अवार्ड से सम्मानित होंगे इन्दौर के वरिष्ठ पत्रकार
इन्दौर 25 मई। ज्योतिषी विद्या में मनुष्य की सभी परेशानियों का हल छुपा है। ज्योतिष ही एक ऐसा माध्यम है जिससे ग्रहों की स्थिति पता करके मनुष्य को वर्तमान और भविष्य में होने वाली परेशानियों का पता लगाकर उसका निवारण किया जा सकता है। ग्रहों की चाल जानने का एकमात्र साधन ज्योतिषी विद्या है। उक्त विचार शनिवार को नृसिंह वाटिका में प्रारंभ हुए दो दिवसीय ज्योतिषी सम्मेलन के शुभारंभ अवसर पर विद्वान वक्ताओं ने सभी को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुख्य अतिथियों ने कहा कि गंगा पवित्र नदीं है। साल भर सभी मनुष्यों के पाप धोती है। गंगा स्नान करने मात्र से ही मनुष्य के पाप समाप्त हो जाते हैं। उसी प्रकार ज्योतिषी सम्मेलन में हम विद्वानों की गलतियां जानने व समझने का मौका मिलता है। ऐसे सम्मेलन में हमें बढ़-चढक़र हिस्सा लेना चाहिए ताकि हमें हमारी गलतियों का पता चल सके। वहीं पं. योगेंद्र महंत ने सभी विद्ववत जनों को अपने उद्बोधन में कहा कि एक देश, एक तिथी व एक त्यौहार शहर में मनाए जाएं। ज्योतिषाचार्य पंडि़त रामचंद्र शर्मा वैदिक ने कहा कि तिथी पर्वों की मतभिन्नता को लेकर अपना वक्तव्य दिया उन्होंने कहा कि देशभर में दो प्रकार के पांचांग प्रकाशित होने की स्थिति में आमजनों में संशय की स्थिति बनी रहती है। देश में दो प्रकार के पांचांग प्रकाशित होते हैं। पहला जो प्रकाशित होता है वह कम्प्यूटराईज्ड होता है और दुसरा पारंपरिक पांचांग होता है। दोनों ही पांचांगों की गणना में लगभग दो घंटो का अंतर होता है। ऐसी स्थिति में अनेकों बार व्रत और त्यौहार अलग-अलग तिथी में बनते हैं। सभी विद्वानजनों ने भारत सरकार और देश के धर्माचार्यों से आग्रह किया दो प्रकार के पांचांग से जो भ्रम की स्थिति आमजनों में फैली है आपस में बैठकर कर इस संशय वाली स्थिति को दूर करें और देश में एक तिथी और एक त्यौहार से ही आमजन त्यौहार मनाएं ऐसा निर्णय किया जाए।
मां भुवनेश्वरी ज्योतिष वास्तु कर्मकांड शोध संस्थान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संतोष भार्गव ने एरोड्रम रोड़ स्थित नृसिंह वाटिका में आयोजित दो दिवसीय ज्योतिषी सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। इसके पश्चात देश-विदेश के विद्वान ज्योतिषाचार्यों ने अपने शोध पत्रों का वाचन कर ज्योतिषी विद्या पर अपने विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में 350 से अधिक विद्वानों ने भाग लिया था। सुबह से ही नृसिंह वाटिका में आमजनों का मेला लगा हुआ था। दो सत्रों में आयोजित हुए कार्यक्रम के पहले सत्र के पश्चात सभी विद्वानों ने आमजनों को नि:शुल्क परामर्श देकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी, पूर्व राज्य मंत्री पंडित योगेंद्र महंत, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित रामचंद्र शर्मा वैदिक, जीतू बाबा सहित बड़ी संख्या में विद्वान पंडि़त उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पं. कृपाराम उपाध्याय ने किया एवं आभार महंत जुगल बाबा ने माना।
इन ज्योतिषाचार्यों का मिला मार्गदर्शन
राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संतोष भार्गव ने बताया कि ज्योतिषी सम्मेलन में दिल्ली से आचार्य पं अनिल वत्स, लाल किताब के प्रसिद्ध गुरुदेव जीडी वशिष्ठ, आचार्य पंडित शुभेष सरमन धर्माचार्य, प्रो. (डॉ.) अनिल मित्रा ज्योतिष शिरोमणि एवं अध्यक्ष ग्लोबल एस्ट्रो समाधान प्रा. लिमिटेड, ज्ञानगुरु डॉ. धनेशमणि त्रिपाठी, पं. रमेश भोजराज द्विवेदी, अरुण जी बंसल, मुंबई से हितेश गुरुजी, जाय बनर्जी,डाक्टर श्री राजकुमार , गुरुदेव रमेश जी सेमबाल हरिद्वार रुडकी, के ए दुबे पद्मेश, मीताजानी मिरल फाउंडेशन अहमदाबाद, डॉक्टर कुमार जोशी, कल्पेश जी चौहान , डॉ. हेमचन्द्र पाण्डेय, राजगुरू के. आर. उपाध्याय, गौतम गुरुजी, पं. राजेश दुबे, डॉ. विद्या भूषण सिंह, मुंबई से पं. विनोद शास्त्री, , राजस्थान से डॉ. राघव जी भट्ट, पंडित गौतम गुरुजी पंडित के .आर. उपाध्याय डॉ. ए.के शर्मा, आचार्य जगदीश, राजगुरु डा.प्रकाश सारस्वत डॉक्टर दिनेश सोमानी, बेंगलुरु से दीपिका जैना, , कोलकाता – संतोष लोहिया, एवं अन्य प्रांतों से भी ज्योतिर्विद सम्मिलित हुए थे।
विद्वानों का सम्मान व पत्रकारों को नारद ऋषि पत्रकार अवार्ड से करेंगे सम्मानित
राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संतोष भार्गव ने बताया रविवार 26 मई को नृसिंह वाटिका में ज्योतिषी सम्मेलन दो सत्रों में शुरू होगा। पहले सत्र में सभी विद्वान वक्ताओं का उद्बोधन होगा तो वहीं दुसरे सत्र में सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ पत्रकारों को नारद ऋषि पत्रकार अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। ज्योतिषी सम्मेलन सुबह 11 बजे से प्रारंभ होगा। वहीं विद्वान पंडि़तों द्वारा शहर की जनता को नि:शुल्क परामर्श भी देंगे। इच्छुक व्यक्ति नृसिंह वाटिका में अपनी कुंडली लेकर आ सकते हैं और विद्वानों से नि:शुल्क दिखवा सकते हैं। सम्मेलन में वास्तु, हस्त रेखा, यंत्र-मंत्र-तंत्र, रत्न, रेकी हीलर, रुद्राक्ष, टेरोकार्ड एवं कर्मकाण्ड के विद्वान उपस्थित रहेंगे।