आलेख: धैर्यशील येवले
अक्सर देखा गया है कामयाब इंसान जो भी बोलता है ,उसे कामयाबी की कुंजी मान लिया जाता है। मोटिवेशनल स्पीच देने वाले अक्सर अपने व्याख्यान में कामयाब व्यक्ति के बोल कोड करते है , इसीलिए कहते है कामयाबी सिर चढ़ कर बोलती है ।
कई लोग भाग्यशाली होते है कामयाबी उन्हें विरासत में मिलती है ,कुछ लोग अल्प प्रयासों व भाग्य से कामयाब हो जाते है ।
कुछ लोग अथक प्रयासों से कामयाबी हासिल करते है ।
ऊपरी दो केटेगरी के लोग क्या बोलते है उस पर अधिक ध्यान देना जरूरी नही समझता ।
परंतु जो तीसरी केटेगरी ले लोग है ,जो कड़ी मेहनत कर ऊंचा मुकाम हासिल करते है ,उनका बोला एक एक शब्द बहुमूल्य होता है ,उस पर आपने गौर कर अपनी योजनाएं बनाई तो समझे आप कामयाबी से दूर नही , सफलता निश्चित है
इसलिए आप इस बात का जरूर ध्यान रखे कि जो व्यक्ति बोल रहा है उसे कामयाबी विरासत में मिली है या उसने अपने दम पर हासिल की है।
तो दमदारी से आगे बढिये उनकी बातों को आत्मसात करें जो आप जैसे थे और अथक परिश्रम कर आज अपना मनचाहा मुकाम हासिल कर कामयाब है ।
यहाँ ये गौर करना होगा जो मेहनत से कामयाब होते है वे ज्ञान कम ही बघारते है चुकी वे कर्म में विश्वास रखते है ।
जो विरासत या भाग्य से कामयाबी हासिल करते है
उनके बड़े बड़े बोल पर जाने की जरूरत नही है ।
किसी शायर ने खूब कहा है
खुदी को कर बुंलद इतना
की हर तदबीर से पहले खुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ।