इंदौर प्रशासन से ट्रांसपोटर ने उठाई रेती मंडी के लिए जगह की मांग

Share on:

घंटे से ज्यादा मंडी रहती है जिसके चलते रॉयल्टी ग्रत्म हो जाती है, जिसमे खनिज टीम बिना रॉयल्टी करार दे कर दंड कर देती है। जो कि 2 साथ मे 5 साथ तक होता है पर्यावरण प्रदुषण के नाम पर गाड़ी मालिकों पर जो दंड किया जा रहा, वह खदान ठेकेदारो पर किया जाना चाहिये क्योंकि पर्यावरण प्रदुषण ट्रांसपोटर नहीं करता बल्कि खदान मालिक करता है।

सब खदानों की रोयल्टी कि जाँच की जाये गाहिया किस खदान से भरी जा रही है और किस खदान के रोयल्टी दी जा रही है खदान ठेकेदारों के पास स्टोक नहीं है फिर भी स्टोक कि रोयल्टी दी जा रही है किसी ऊचा सरकारी अधिकारी द्वारा इस कि जाँच की जाये

रेती मंडी के लिए जगह दे इंदौर प्रशासन

इंदौर में करीब 500 से 600 रेती के ट्रक आते है, हम करीब 10 साल से रेती मंडी के लिए जगह का आवेदन दे रहे हैं, पर अभी तक हमे कोई जगह नहीं मिल रही जिस के चलते हमे ये गाड़ियां रोड पर लगाने को मजबूर है जिस से ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है, हमे जल्द से जल्द रेती मंडी के लिय सुचारू रूप से एक जगह दिलाये जाये।