रबी की सीजन में किसानों के लिए तत्काल उपलब्ध कराए जाएंगे ट्रांसफार्मर

Akanksha
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इंदौर। प्रदेश शासन की योजनानुसार बिजली कंपनी किसानों की हरसंभव मदद कर रही है। रबी सीजन की भी बिजली कंपनी ने प्रभावी तैयारी कर मालवा-निमाड़ के सभी 15 जिलों की सिंचाई व्यवस्था के लिए 16 हजार ट्रांसफार्मरों का अग्रिम स्टाक रखा है। पात्रतानुसार तुरंत ही ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि सिंचाई का कार्य प्रभावित न हो।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के आदेशानुसार कंपनी क्षेत्र के सभी जिलों में ट्रांसफार्मरों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। ट्रांसफार्मर में खराबी आने की सूचना के बाद जल्दी ही इन्हें बदला जाएगा। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में 12 लाख से ज्यादा किसानों को रबी की सीजन में सिंचाई के लिए गुणवत्तापूर्ण बिजली वितरित की जाएगी। इस बार सिर्फ रबी सिंचाई के लिए ही तीन हजार मैगावाट के पार लोड पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर को किसी कारणवश खराबी आने पर कम से कम समय में पात्रतानुसार बदला जाएगा। इसके लिए कंपनी स्तर पर कुल 16 हजार ट्रांसफार्मरों का स्टाक है। ये ट्रांसफार्मर 25 केवी, 63 केवी, 100 केवी क्षमता के है। अमित तोमर ने बताया कि कंपनी के स्थाई ट्रांसफार्मर डिपो इंदौर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, धार, बड़वाह में कुल 11 हजार ट्रांसफार्मरों का स्टाक रहेगा। इसी तरह रबी की सीजन के लिए बने अस्थाई डिपो देवास, आगर, शाजापुर, मनासा, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, झाबुआ, आलीराजपुर में आवश्यकतानुसार 300 से 600 ट्रांसफार्मरों का स्टाक हर वक्त उपलब्ध रहेगा।

दो घंटे में पहुंच जाएगा

प्रबंध निदेशक ने बताय़ा कि हर जिले में ट्रांसफार्मरों का पर्याप्त स्टाक होने से मांग पर ट्रांसफार्मर दो घंटे में मौके पर पहुंचाया जा सकेगा। इससे सिंचाई कार्य प्रभावित नहीं होगा। तोमर ने बताया कि कंपनी स्तर पर किसानों की मदद के लिए मुख्य अभियंता एसएल करवाड़िया, अधीक्षण अभियंता एनसी गुप्ता मानिटरिंग कर रहे है, ताकि किसानों की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।

44 डिविजनों में एलआरयू

बिजली कंपनी ने रिपेयरिंग की संभावना वाले ट्रांसफार्मरों के लिए भी विशेष इंतजाम किए है। देपालपुर, महू, सांवेर समेत 44 डिविजनों में लोकल रिपेयरिंग यूनिट(एलआरयू) स्थापित की है। ये यूनिट ट्रांसफार्मरों की रिपेयरिंग भी स्थानीय स्तर पर करती है, ताकि जिन ट्रांसफार्मरों को स्थानीय कार्य के आधार पर पुनः उपयोग में लिया जा सकता है, उनका कार्य तुरंत हो पाए।