इस राज्य में दिवाली पर ‘अग्निबाण’ फेंकने की परंपरा, जानें क्यों है ये खतरनाक

Share on:

भारत में विभिन्न धर्मों और वर्गों में कई मान्यताएं मौजूद हैं। ऐसी ही एक अनोखी और खतरनाक परंपरा मध्यप्रदेश के इंदौर में दिवाली के अगले दिन मनाई जाती है। इस परंपरा को ‘हिंगोट युद्ध’ के नाम से जाना जाता है, जिसमें दो पक्ष एक-दूसरे पर हिंगो (अग्निबाण) फेंकते हैं।

असल में, दोनों पक्ष लकड़ी के एक पर बारूद बांधते हैं और फिर उसे जलाकर एक-दूसरे की ओर फेंकते हैं। यह देखने में किसी तीर की तरह लगता है और चलते समय किसी रॉकेट की तरह दिखाई देता है।

12 लोग घायल, सुरक्षा के लिए मैदान के चारों तरफ लगाई गई जाली

सोशल मीडिया पर इस परंपरा की कई वीडियो वायरल हो रही हैं। इंदौर के नज़दीक देपालपुर में शुक्रवार को हिंगोट युद्ध का आयोजन किया गया था। इस युद्ध में इस बार एक दर्जन से अधिक युवक घायल हो गए हैं। घटनास्थल पर उपस्थित लोगों को चोट से बचाने के लिए प्रशासन ने चारों ओर बड़ी जालियां लगाई थीं।

दो दल आपस में करते हैं युद्ध 

जानकारी के अनुसार, इस युद्ध में कलंगी और तुरा नामक दो दल आपस में भिड़ते हैं और एक-दूसरे पर जलते हुए हिंगो फेंकते हैं। आपको बता दे की हर साल इस परंपरा को जीवित रखने के लिए इसे आयोजित किया जाता है। 300 से अधिक पुलिसकर्मी, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और अन्य बचाव दल इस बार के हिंगोट युद्ध में तैनात किए गए थे।