लाहौर, 3 सितंबर: पाकिस्तान में महंगाई और बिजली बिलों के खिलाफ व्यापारी समुदाय ने शनिवार को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के बीच, लाहौर, कराची, पेशावर जैसे शहरों से लेकर देशभर में दुकानें बंद रहीं। जानकारी के मुताबिक बंद का आहवान जमात-ए- इस्लामी पार्टी के नेता सिराज उल हक ने किया था। इसके चलते महंगाई और बिजली बिल के मुद्दे पर हो रहे हंगामे के बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने केन्या का दौरा निरस्त कर दिया।
जमात-ए-इस्लामी के आहवान
यह व्यापारिक बंद का आहवान जमात-ए-इस्लामी पार्टी के नेता सिराज उल हक ने किया था। महंगाई और बिजली बिल के मुद्दे पर हो रहे हंगामे के बीच, कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने बिजली बिल कम करने की मांग पर योजना बनाने का ऐलान किया है। पाकिस्तान के अर्थशास्त्री मोहम्मद सोहेल के मुताबिक, महंगाई सबसे बड़ी परेशानी है, और पाकिस्तानी रुपए की मूल्य में गिरावट की वजह से इसका प्रभाव बढ़ गया है। वहीँ एक डॉलर की कीमत पाकिस्तानी रुपए की मूल्य के साथ 76 सालों के रिकॉर्ड निचले स्तर पर है, जिसके कारण व्यापारी वर्ग परेशान है।
सरकार की कदमेबाजी
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को बिजली बिल भरने पड़ेंगे और दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
इसके अलावा, पाकिस्तान के अर्थशास्त्री मोहम्मद सोहेल के मुताबिक, आर्थिक विकास के नियमों ने पाकिस्तान की जनता पर प्रेशर डाल दिया है।
इस तरह, पाकिस्तान में महंगाई और बिजली बिलों के खिलाफ व्यापारी समुदाय का प्रदर्शन जारी है, जबकि सरकार ने बिजली बिल कम करने की मांग पर योजना बनाई है।