वर्तमान समय में शिक्षा की सामान्य अवधारणा कक्षा की चार दीवारों तक सीमित हो गई है, इस पर आधारित एक आयोजन SRCS स्कूल में

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इंदौर. वर्तमान समय में शिक्षण-सीखने की सामान्य अवधारणा कक्षा की चार दीवारों, शिक्षक-केंद्रित व्याख्यानों और सांसारिक रटंत शिक्षा तक ही सीमित हो गई है।
एनईपी 2020 के आगमन से एक क्रांतिकारी बदलाव आया है। यह ट्रेंड चेंजर साबित हो रहा है।

एसआरसीएस के शिक्षकों को परिचित और सुसज्जित करने के लिए इसी को ध्यान में रखते हुए श्री राम सेंटेनियल स्कूल द्वारा एक अभिनव कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसका संचालन हेलेन ओ ग्रेडी, इंदौर चैप्टर की निदेशक, रिसोर्स पर्सन सुश्री नीलिमा गुप्ता ने किया।

इस आयोजन में उनकी गतिविधि और नाटक आधारित सत्रों में शिक्षकों को शामिल किया गया और उन्हें बताया गया कि कैसे सहयोग, टीम वर्क, एकाग्रता, चपलता, सुनने का कौशल, क्षमता आदि को मज़ेदार गतिविधियों के माध्यम से हासिल किया जा सकता है। संपूर्ण सत्र बहुत सार्थक था, और शिक्षक-प्रतिभागियों में सुश्री नीलिमा गुप्ता की प्रशंसा और सराहना की भावना जगी। संगोष्ठी निश्चित रूप से सलाहकारों को शिक्षा में नए रुझानों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी जिसके परिणामस्वरूप छात्रों का समग्र विकास होगा।