नई संसद में दूसरे दिन यानी आज विशेष सत्र है। जिसमें महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर 7 घंटे तक डिबेट होगी। बता दे कि, कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी बहस को लीड करेंगी, वहीं बीजेपी की ओर से निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, दीया कुमारी भी अपनी बात रखेंगी। डिबेट 11 बजे से शुरू हो गई है।
दरअसल नई संसद के पहले दिन, यानी 19 सितंबर को, लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया था। इस बिल के मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% रिजर्वेशन लागू किया जाएगा। इससे लोकसभा की 543 सीटों में से 181 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
सत्र के तीसरे दिन को तय किया गया है जब I.N.D.I.A गठबंधन के नेता मीटिंग करके रणनीति बनाएंगे, जो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ऑफिस में होगी।
भाजपा नेता उमा भारती और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मांग की है कि आरक्षण बिल में OBC कोटा भी दिया जाए।
इस नए विधेयक में सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसका प्रावधान है कि यह डीलिमिटेशन यानी परिसीमन के बाद ही लागू होगा। यानी इसके लागू होने के लिए परिसीमन और जनगणना का समय लगेगा। 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले इसकी पूरी तैय कराने की सम्भावना बहुत कम है। इसलिए यह आरक्षण 2029 के लोकसभा चुनाव या इससे पहले के कुछ विधानसभा चुनावों से हो सकता है।