आज वरुथिनी एकादशी पर धन प्राप्ति के लिए करें ये खास उपाय, हमेशा के लिए दूर हो जाएगी पैसों की कंगाली, भरे रहेंगे धन-धान्य के भंडार

Simran Vaidya
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज जो एकादशी तिथि हैं। वो असल में वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की वरुथिनी एकादशी तिथि है। इसी के साथ वैशाख की एकादशी पर जल दान करने का अलग ही महत्व होता है। क्योंकि इस वक्त ग्रीष्म ऋतु अपनी चरम सीमा पर होती है। ऐसा कहते हैं कि वरुथिनी एकादशी पर पानी से भरा घड़ा दान करने और आने जाने वालों के लिए पब्लिक प्लेस पर प्याऊ लगाने से कई जन्मों के दोषों से निजात मिलती है। साथ ही धन की देवी मां लक्ष्मी और श्री हरि नारायण की कृपा से जातक का शरीर हेल्दी रहता है। इस वर्ष वरुथिनी एकादशी पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन योग में व्रती की पूजा और दान का कई गुना अधिक फल प्राप्त होता हैं।

varuthini ekadashi 2023 kab hai know the exact date auspicious time and  method of worship in hindi bml | Varuthini Ekadashi 2023: कब है वरुथिनी  एकादशी? जानें सही तिथि शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

आज 16 अप्रैल 2023, दिन रविवार को भगवान श्री हरि विष्‍णु को खुश करने के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण तिथि है। आज वरुथिनी एकादशी है जो जीवन के सभी कष्‍टों से मुक्ति दिलाने वाली एवं मोक्ष दिलाने वाली मानी गई है। वैसे तो साल की सभी 24 एकादशी भगवान विष्‍णु को पूर्णतया समर्पित हैं, परन्तु इनमें से कुछ एकादशी को बेहद खास स्थान दिया गया है। वैशाख मास के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी तिथि का व्रत करना जातक को जन्म-मरण के बंधन से विमुक्त करके मोक्ष की ओर प्रस्थान करवाता है। इसके अतिरिक्त आज वरुथिनी एकादशी के दिन किए गए अचूक उपाय आपके समस्त मनोरथ पूर्ण करेंगे, एवं गरीबी व आर्थिक तंगी से छुटकारा दिलाएंगे।

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वरुथिनी एकादशी तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण का समय

 

वैशाख माह में वरुथिनी एकादशी तिथि की शुरुआत 15 अप्रैल की सुबह 8 बजकर 45 मिनट से शुरू होगी और 16 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर समाप्‍त होगी। उदयातिथि के द्धारा वरुथिनी एकादशी का व्रत 16 अप्रैल 2023, रविवार को रखा जाएगा। वहीं एकादशी तिथि के पारण का समय सुबह 05 बजकर 54 मिनट से 8 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।

वरुथिनी एकादशी के उपाय-

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आर्थिक तंगी से निजात पाने का उपाय

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यहां आर्थिक परिस्थिति ठीक न होने पर करने हेतु बहुत सारे अचूक उपाय बताए जा रहे हैं, जो लोग आर्थिक तंगी से काफी ज्यादा हताश हैं। जिनके घर में एक पैसा नहीं रुकता है या फिर आय में लगातार कठिनाई आ रही है तो आज वरुथिनी एकादशी के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु के संग धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा भी जरूर करें। पूजा करने के पश्चात फिर अपने हाथ जोड़कर भगवान से धन-ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि एवं शांति देने की विनम्र विनती करें। मां लक्ष्‍मी आप पर अवश्य ही मेहरबान होंगी और आपकी सारी परेशानियां मिनटों में दूर हो जाएगी।

गृह-क्लेश खत्म करने का उपाय

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यदि आपके घर में आए दिन निरंतर लड़ाई-झगड़े मतभेद कलह होती रहती हैं। इसी के साथ आपके घर की फाइनेंसियल स्थिति भी ठीक नहीं है तो वरुथिनी एकादशी के दिन तुलसी जी को जल अवश्य ही चढ़ाएं। इसके बाद तुलसी की जड़ के पास की गीली मिट्टी उठाकर सभी मेंबर के शीश पर लगाएं। इससे सौभाग्य तो बढ़ता ही है। साथ ही घर के लोगों की सोच भी पॉजिटिव होती है। साथ ही घर के लोग तरक्‍की भी करते हैं।

व्यापार बढ़ाने का उपाय

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यदि आपका व्यापार भी मंदा चल रहा हैं। लाख कोशिशें करने के बावजूद बिजनेस में सफलता नहीं मिल रही हो तो वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष पूजा करें। उन्‍हें पीले रंग के पुष्प अर्पित करें। साथ ही ‘ॐ नमो भगवते नारायणाय’ मंत्र का कम से कम 11 या 21 बार जाप अवश्य ही करें। इसी के साथ बेहतर होगा कि एक माला जाप करें। इन उपायों को करने से आपके व्यापार में बढ़ोतरी आएगी।

कष्टों और दुखों के निवारण का उपाय

दुःख कारण प्रकार और निवारण, दुःख दूर करने के उपाय। Dukh dur karne ke upaye।  संकट दुर करने के उपाय

जैसा की आप सभी जानते हैं कि भगवान श्री हरि विष्णु एवं धन की देवी माता लक्ष्मी गृहस्थ सूखों को प्रदान करते हैं। साथ ही जीवन के अनेकों संकटों और दुखों से हमारी रक्षा करते हैं। भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा पाने के लिए उनकी पूरी श्रद्धा और लगन के साथ पूजा करें, उन्‍हें पीले फल और पीले पुष्प चढ़ाएं। पीली मिठाई और खीर का भोग लगाएं और फिर इसे प्रसाद के रूप में सभी सदस्यों में वितरित कर दें। ये उपाय जीवन के हर संकट से छुटकारा दिलाता है।