भोजशाला सर्वे का आज 56वां दिन है। भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण की टीम का सर्वे का काम लगातार जारी है। गुरुवार को भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण के 12 अधिकारी, कर्मचारी और 41 मजदूरों सहित दलों की मौजूदगी में काम किया जा रहा है, जो अब पूरे दिन जारी रहेगा। पिछले चार दिनों सेभारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण टीम में सदस्यों की संख्या कम होने के कारण सर्वे का काम धीमी गति से चल रहा है, लेकिन आज मजदूरों की संख्या बढ़ा दी गयी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आज मिट्टी हटाने का काम तेजी से किया जाएगा।
सफाई के बाद दिखी सनातनी आकृति
हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने कहा कि सर्वेक्षण के तहत भोजशाला गर्भगृह के ठीक सामने स्तंभ की व्यापक सफाई की गई है। इसके बाद इस स्तंभ पर भगवान राम, कृष्ण, परशुराम और भोलेनाथ की आकृतियां स्पष्ट दिखाई देती हैं। उन्होंने बताया कि हम हर दिन सर्वे में हिस्सा ले रहे हैं। इसमें पहले हमने शिलालेखों पर घंटे, घड़ियाल और कालसर्प यंत्र देखे थे। खंभों की लगातार सफाई और ब्रशिंग होती रहती है। गर्भगृह के ठीक सामने स्तंभ के उत्तरी भाग में सुदर्शन चक्रधारी रूप में भगवान कृष्ण की आकृति दिखाई देती है। इस स्तंभ के दक्षिण में भगवान राम धनुष लिये खड़े हैं। पूर्व में भगवान परशुराम और पश्चिम में भगवान भोलेनाथ की स्पष्ट आकृति दिखाई देती है।
एक दिन पहले हुए सर्वे की जानकारी देते हुए हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि 55वें दिन भोजशाला के बाहर सर्वे का काम किया गया। दावा किया कि आज फिर खुदाई के दौरान पिछले हिस्से में दो स्तंभों के अवशेष मिले हैं।