Today Indore Mandi Rate : सोना-चांदी के भाव में बढ़त लगातार जारी, सोयाबीन हुआ तेज, तुअर में भी दिखी मंदी

Suruchi
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इंदौर। पेट्रोल-डीजल की तरह दालों और तेलों के दाम भी हर रोज़ बदलते है। सरकार ने भी तुअर की कीमतें नियंत्रित करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जो आयातकों, मिलरों, कारोबारियों और स्टॉकिस्टों आदि के पास मौजूद तुअर के स्टॉक की निगरानी करेगी। छावनी नीलामी मंडी में भाव इस प्रकार रहे – चना आवक करीब 5000 बोरी नीलामी 5000 – 5100 रुपए। चना मिल डिलेवरी 5350 – 5400 रुपए। डॉलर चना की आवक लगभग 7000 बोरी, नीलामी 10000 – 11000 रुपए।

छावनी व्यापारिक मंडी –

दलहन भाव (प्रति क्विंटल) – चना कांटा 5300 – 5325 विशाल चना 4950 – 5075 काबुली बिटकी एवरेज चना 6200- 6700 बेस्ट 7400- 8500 काकटू 6500 – 7000 डॉलर चना 9400 – 10300 मसूर 5875 – 5900 मूंग एवरेज बेस्ट 7000 – 8900 उड़द बेस्ट – 7200 – 7800 एवरेज मीडियम उड़द 4500 – 6600 हल्की उड़द 3000 – 4000 तुअर महाराष्ट्र सफेद 8100 – 8350 कर्नाटक 8200 – 8450 तुअर निमाड़ी 7500 – 8000 रुपए।

तिलहन भाव (प्रति क्विंटल) – सोयाबीन हल्की 4800 – 5000 बेस्ट 5500 – 5550 सरसों निमाड़ी 5900 – 6100 रायडा 4600 – 4900 रुपए क्विंटल।

दाल भाव (प्रति क्विंटल) – तुअर दाल फूल एवरेज मीडियम बेस्ट 10800 – 10900 तुअर दाल सवा नंबर 10500 – 10600 चना दाल मीडियम बोल्ड 6200 – 6800 एक्स्ट्रा बोल्ड 7300 – 7400 मसूर दाल मीडियम बेस्ट 7300 – 7400 मूंग दाल मीडियम बेस्ट 9900 से 10100 मूंग मोगर मीडियम बेस्ट 10400 से 10500 उड़द दाल मीडियम बेस्ट 10000 – 10200 उड़द मोगर मीडियम बेस्ट 10500 से 11000 रुपए प्रति क्विंटल।

चावल भाव (प्रति क्विंटल) – बासमती (921) 10500 से 11500 तिबार 8500 से 9500 मिनी दुबार 6500 से 7500 दुबार पोनिया 7500 – 8500 मोगरा 4000 से 6000 बासमती सैला (क्वालिटीनुसार) 7500 से 9500 कालीमूंछ डिनर किंग 7900 से 8000 राजभोग 6900 से 7000 दूबराज 3500 से 4000 परमल 2560 से 2700 हंसा सफेद 2450 – 2500 पोहा किस्मनुसार 4200 – 4600 रुपए प्रति क्विंटल।

सियागंज थोक किराना बाजार – शकर 3630 -3650 रुपए क्विंटल।
सूखे मेवे (प्रति किलो) – काजू ( सभी वैरायटी) 665 – 810 काजू टुकड़ी 655 – 675 बादाम एवरेज बेस्ट 590 – 640 किशमिश कंधारी 300 – 400 बेस्ट 450 – 550 इंडियन 160 – 210 अंजीर एवरेज मीडियम 650 – 750 बेस्ट 1100 – 1375 मनुक्का एवरेज मीडियम 425 – 575 बेस्ट 675 – 700 मखाना एवरेज बेस्ट 425 – 550 मोटा पिस्ता एवरेज बेस्ट 1650 – 1800 नमकीन पिस्ता 950 – 1100 अखरोट (एवरेज बेस्ट 385 – 600 जर्दालू (एवरेज बेस्ट) 250 – 500 रुपए किलो।

तेल बाजार (प्रति 10 किलो) – मूंगफली तेल इंदौर 1710 – 1730 मुबंई 1695 – 1700 गुजरात 1670 – 1675 सोया रिफाइंड तेल इंदौर 1050 – 1055 सोया सॉल्वेंट 1025 – 1030 सोया डीगम 945 – 950 मुंबई सोया रिफाइंड तेल 1045 – 1050 इंदौर पाम ऑइल 1015 – 1020 मुंबई पाम ऑइल 955 – 960 गुजरात कपास्या तेल 970 – 975 रुपए। राजकोट तेलिया मूगंफली तेल 2690 – 2700 रुपए प्रति 15 किलो पैक।

मावा – 320 रुपए किलो।
इंदौर सराफा बाजार – सोना 10 ग्राम 58400 रुपए चाँदी 68600 रुपए किलो। चाँदी सिक्का 750 रुपये प्रति नग। सोना 1978 डॉलर प्रति औंसचाँदी 2386 सेंट प्रति औंस।

कम बोवनी और बेमौसम बारिश से जीरा हुआ महंगा

जीरे की कीमतों में काफी तेजी देखी जा रही है। इस महीने इसके भाव 15 फीसदी बढ़ चुके हैं। जानकारों के मुताबिक जीरा में आ रही हालिया तेजी की वजह इस महीने असमय हुई बारिश से इसकी फसल को नुकसान होना है। आगे भी जीेरे की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।

महीने भर में करीब 15 फीसदी महंगा हुआ जीरा –

कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स में इस माह 3 मार्च को जीरा का अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट 30,570 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। इस तरह इस महीने भर में जीरा का वायदा भाव करीब 15 फीसदी बढ़ चुके हैं। हाजिर प्रमुख बाजार उंझा में जीरा 31,500 रुपये से बढ़कर 34,000 रुपये क्विंटल बिक रहा है। व्यापारी कहते हैं कि इस साल जीरा का उत्पादन कम है। जिससे बाजार में इसकी आपूर्ति कमजोर है। इसलिए जीरे की कीमतों में तेजी आ रही है। आगे जीरे के भाव बढ़कर 38 से 40 हजार रुपये क्विंटल रुपये के बीच जा सकते हैं।

एक जिंस विश्लेषक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस साल उत्पादन पहले से ही घटने का अनुमान था। ऐसे में 15 मार्च के बाद हुई असमय बारिश से खासकर राजस्थान के जीरा उत्पादक इलाकों में खेतों में खड़ी जीरे की फसल को नुकसान हुआ है। इस नुकसान के बाद जीरे की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। जीरे की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। जिससे आगे लंबी अवधि में इसकी कीमतों में और तेजी आ सकती है।

जीरा उत्पादन करीब 8 फीसदी घटने का अनुमान –

इस बार गुजरात में जीरे की बोवनी 6 फीसदी कम हुई थी। राजस्थान में प्रतिकूल मौसम के कारण इसकी उत्पादकता में कमी आई है। लिहाजा इस साल जीरे का उत्पादन कम है। जिंस विश्लेषकों के मुताबिक इस साल 5.80 लाख टन जीरे का उत्पादन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के उत्पादन 6.29 लाख टन से 7.79 फीसदी कम है।