इंदौर 18 जुलाई 2020
वाणिज्यकर आयुक्त राघवेंद्र सिंह ने आज खरगोन में स्वामी विवेकानंद सभागृह में कोरोना के संक्रमण से कैसे बचा जाये इस के संबंध में आगामी तैयारियों को लेकर बैठक ली। इस दौरान वाणिज्यकर आयुक्त सिंह ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में कंटेनमेंट एरिया पर फोकस करें और पुनः मार्च के अंतिम सप्ताह व मध्य अप्रैल में की गई सख्ती को पुनः इख्तियार करें। ऐसा करना अब जरूरी हो गया है। चाहे कंटेनमेंट एरिया का स्वरूप छोटा हो। इसके लिए राजस्व, पुलिस और माहमारी अधिकारी बेहतर तरीके से उस क्षेत्र का मुआयना कर क्षेत्र का निर्धारण करें। आयुक्त सिंह ने कहा कि खरगोन में जिस स्वप्रेरणा के साथ क्षेत्रवार सर्वे कार्य प्रारंभ कराया गया, बिल्कुल ऐसी ही स्वप्रेरणा अब समय की जरूरत बन गई है। इस समय प्रत्येक अधिकारी को नौकरी नही, बल्कि लोगों की जान और समाज को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए कार्य करना चाहिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान, जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल, एएसपी जितेंद्रसिंह पंवार, खरगोन एसडीएम अभिषेक गेहलोत, कसरावद एसडीएम नेहा शिवहरे, भीकनगांव एसडीएम बीएल सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान, सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र जोशी, डॉ. रेवाराम कोसले, महेश्वर तहसीलदार शर्मा और खरगोन तहसीलदार आरसी खतेडिया उपस्थित रहे।
मरीजों को बचाना सबसे बड़ी प्राथमिकता
समीक्षा बैठक के दौरान खरगोन में कोरोना संक्रमण और जिले में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए अपनाई गई रणनीति और मरीजों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के बाद सिंह ने कहा कि संख्या को सीमित करने के उपाय बेहतर रूप से करें। जो मरीज ज्यादा ही गंभीर है, उनको तुरंत ही इंदौर रेफर किया जाएं। आयुक्त सिंह ने कहा कि हम सब की सबसे बड़ी प्राथमिकता अब मरीजों को बचाना ही है। वहीं श्री सिंह ने कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को निर्देश दिए कि खरगोन ने आधारभूत व्यवस्थाएं और कई सुविधाएं अपने बूते पर व्यवस्थित तो कर ली है, लेकिन आवश्यक मानव संसाधन की पूर्ति कैसे होगी इस पर भी भोपाल स्तर से सहयोग लेकर आगामी तैयारियों को पुख्ता कर लें।
इंदौर संभागायुक्त वीडियोकॉल व कलेक्टर वीसी के माध्यम से जुड़े रहे
म.प्र. शासन ने कोरोना की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में एक उच्च अधिकारी को नियुक्त किया हैं। जिले के लिए नियुक्त वाणिज्यकर आयुक्त सिंह द्वारा आज बैठक आयोजित की गयी। बैठक में इंदौर संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा वीडियों कॉल के माध्यम से और कलेक्टर डाड अपने घर से ही वीसी के माध्यम से बैठक से जुड़े रहे। इस दौरान संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने खरगोन प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए किए गए आवश्यक उपायों के नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिले में अरली (जल्दी) डिटेक्सन के किए गए उपायों का ही परिणाम है कि जिले में मृत्यू दर पर काबू पाया गया है। इसलिए खरगोन में पिछले एक महीनें से ज्यादा समय में एक मृत्यू हुई है।
मेडिकल संचालकों को दिए गए निर्देश सही हुए साबित
बैठक में वीसी के माध्यम से कलेक्टर डाड ने होम क्वारंटाइन के कारण अपने घर बैठे कहा कि खंडवा कलेक्टर से चर्चा के दौरान पता लगा कि खंडवा में मेडिसीन संचालकों को सूचना प्रदाय करने के लिए निर्देश दिए गए थे। इस अच्छी पहल को खरगोन जिले में भी अपनाया और मेडिकल संचालकों को आदेशित किया गया कि जो भी व्यक्ति सर्दी, खांसी व बुखार की आवश्यक मेडिसीन ले जाता है, तो उसका नाम, पता व आवश्यक जानकारी रजिस्टर में दर्ज करें। यह जानकारी प्रशासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। मेडिकल संचालकों द्वारा उपलब्ध कराई जानकारी के आधार पर खरगोन शहर में ही 84 सैंपल लिए गए, जिनमें से 6 पॉजिटिव तथा 78 की नेगेटिव की पुष्टि हुई है। जिले में मेडिकल संचालकों द्वारा 3 हजार 788 की जानकारी प्रदान की गई, जिसमें से अब तक 2 हजार 917 व्यक्तियों तक एएनएम पहुंचकर आवश्यक जांच कर पाई है। वाणिज्यकर आयुक्त सिंह ने इस कार्य की सराहना करते हुए इस डेटा को सीधे सार्थक एप्प पर लोड करने के निर्देश दिए।
होम कोरोनटाईन का पालन अवश्य कराए, अन्यथा कोविड केयर सेंटर में रखे
वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण होम कोरोनटाईन का उचित रूप से पालन नही करना भी है। यदि कोई पॉजिटिव व्यक्ति या हाई रिस्क वाला व्यक्ति होम कोरेनटाईन का पालन नहीं करता है, तो निश्चित रूप से कोविड केयर सेंटर में रखे। क्यों कि उस एक व्यक्ति की वजह से अब हम अन्य व्यक्तियों की जान जोखिम में नही डाल सकते है। आयुक्त सिंह ने संक्रमण रोकने के लिए जिला प्रशासन को अपनी ओर से सख्ती करने और बचाव के अन्य उपाय करने की खुली छूट दी है।