देश के सबसे चहिते कार्यक्रमों में से एक “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” देश की एकता को एक ही सोसायटी में दर्शाने वाला यह धारावाहिक अपने किरदारों के कारण दुनिया में चर्चित है। ये सीरियल पिछले कई सालों से लोगों ला मनोरंजन करता रहा है, साथ ही इस सीरियल में काम करने वाले कई ऐसे अलग किरदार है जिनका हर कोई दीवाना है, ऐसे में इस सीरियल में बबिता जी का फेमस किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता ने अपने सोशल मिडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया जिसमे उन्होंने दलित समुदाय के लिए जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया जिसके बाद यह वीडियो उनके लिए आफत बन गया कई लोगों ने इस वीडियो के बाद आपत्ति जताई और उन्होंने इस वीडियो को तुरंत डिलीट भी कर दिया।
'भंगी की तरह नही दिखना चाहती हु अच्छी दिखना चाहती हूं': @moonstar4u मुनमुन दत्ता (तारक मेहता का उल्टा का चश्मा की ऐक्ट्रेस बबिता उर्फ मुनमुन दत्ता) अब इस जातिवाद लडक़ी को कानून का पाठ पढ़ाना होगा।
बहुजन समाज का अपमानबर्दाश्त नही, आखिर इनके मन मे आज भी जातिवाद कितना भरा हुआ है। pic.twitter.com/VYGEJnoxeN
— Sunil Astay 🇮🇳 (@SunilAstay) May 10, 2021
एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो अपलोड किया जिसमे उन्होंने दलित समुदाय के लिए जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर दिया, जिसके बाद तुरंत लोगों ने इस वीडियो पर आपत्ति जताना शुरू कर दिया, और अपनी गलती का एहसास होते ही एक्ट्रेस ने ये वीडियो तत्काल डिलीट करने के साथ इस गलती के लिए माफ़ी भी मांगी।
बता दें कि इस वीडियो के अपलोड होने के बाद ही आपत्तियों के शुरू होते ही यह वीडियो एक्ट्रेस ने डिलीट तो कर दिया लेकिन एक्ट्रेस के माफ़ी मांगने के बाद भी सोशल मिडिया पर #ArrestMunmunDutta ट्रेंड करने लगा। दरअसल मुनमुन दत्ता ने अपने इस वीडियो में हरिजन समुदाय के लिए जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था।
अपने इस वीडियो में हुई इस गलती की माफ़ी मांगने के लिए एक्ट्रेस ने हिंदी में लिखा है कि ‘यह एक वीडियो के संदर्भ में है जिसे मैंने कल पोस्ट किया था, जहां मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है, यह अपमान, धमकी या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था. मेरी भाषा के अवरोध के कारण, मुझे सही मायने में शब्द का अर्थ के बारे में गलत जानकारी थी’…… आगे उन्होंने लिखा कि ‘मेरा हर जाति, पंथ या लिंग से हर एक व्यक्ति के लिए अत्यंत सम्मान है और समाज या राष्ट्र में उनके अपार योगदान को मैं स्वीकार करती हूं, मैं ईमानादार से हर एक व्यक्ति से माफी मांगना चाहती हूं जो शब्द के उपयोग से अनजाने में आहत हुए हैं और मुझे उसके लिए खेद है।’