सादर प्रकाशार्थ
इंदौर: एक लंबे अरसे के बाद युवा भारत की आवयश्कता को देखते हुए, हाल ही में मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय के द्वारा भारतीय शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है। यह बदलाव इसरो प्रमुख डॉक्टर के. कस्तूरीरंगन के अध्यक्षता में किया गया है। नई शिक्षा नीति को समाज में एवं छात्रों के बीच विस्तृत रूप में रखने के लिए मित्र मेला वेलफेयर सोसाइटी एवं नेहरू युवा केंद्र(युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार) के द्वारा तीन दिवसीय (वर्चुअल) राष्ट्रीय कार्यशाला अयोजित की जा रही है।
मित्र मेला पिछले लंबे समय से राष्ट्रीय मुद्दों पर कार्य करता आ रहा है एवं राष्ट्रहित सर्वोपरि के मंत्र को समाज की पंक्ति के हर व्यक्ति तक ले जाना का काम कर रहा है। तीन दिवसीय कार्यशाला जो की 28 अगस्त से 30 अगस्त तक चलेगी। जिसमे नई शिक्षा नीति की भूमिका को राष्ट्रीय स्तर के शिक्षा विद्वानों के माध्यम से समझाया जाएगा। कार्यशाला में वक्ता के तौर पर राष्ट्रीय स्तर ही हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।
आयोजन में वक्ता के रूप में डॉ. हिमांशु राय (डायरेक्टर, ईईएम इंदौर), प्रोफ. मिलिंद मराठे (पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अ.भा.वि.प), ओ.पी. चौधरी (पूर्व IAS छतीसगढ़), डॉ. विकास दवे (बालपत्रिका देवपुत्र संपादक), एडव. मनमोहन जोशी (सीईओ कॉटलिय अकादमी, इंदौर), एवं डॉ. सचिन शर्मा (राष्ट्रीय कार्यकाणी सदस्य अ.भा.वि.प) मौजूद रहेंगे। सभी वक्ता विभिन्न उप विषय पर अपनी बात रखेंगे। आयोजन के समापन समारोह में श्री शंकर लालवानी जी इंदौर सांसद की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। कार्यशाला में सम्मिलित होने वाले सभी प्रतिभागियों को मित्र मेला वेलफेयर सोसाइटी एवं नेहरू युवा केंद्र(युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा सर्टिफिकेट से सम्मान किया जाएगा।