भोपाल। करीब साढ़े तीन महीने पहले ही सत्ता में वापसी करने के बाद भी सीएम शिववराज सिंह चौहान ने अब तक अपनी सरकार को पूरी तरह तैयार नहीं किया है। इतने महीनों के इंतजार के बाद अब सीएम शिवराज ने मंत्री मंड़ल तो बना लिया लेकिन अब भी अपने मंत्रियो को उन्होंने विभाग नहीं सौंपे हैं। इसकी वजह ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी माना जा रहा है। सिंधिया के कारण ही शिवराज को सीएम की कुर्सी दोबारा मिली है ऐसे में वे सिंधियां को नाराज करने का जोखिम नहीं उठा सकते।
शिवराज की कैबिनेट में फिलहाल सिंधिया के करीब 14 मंत्री है। अब पेंच यहां इस बात का फंस चुका है कि सिंधिया समर्थकों को विभाग कौन से दिए जाए। क्योंकि यहां दुविधा इस बात की भी है कि कई ऐसे भी पार्टी समर्थक है जो अपने मंत्री को अच्छे पद पर आसिन देखना चाहते हैं। हालांकि इन सब के बारे में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि पार्टी में सब कुछ ठीक है बस आलाकमानों से बातचीत और सभी से परामर्श किया जा रहा है। इस काम के लिए इन दिनों शिवराज लगातार दिल्ली वालों के संपर्क में हैं। सुत्रों के अनुसार सिंधिया ने अपने मंत्रियों के लिए ऊंचे पद मांगे हैं जबकि शिवराज के लिए इस शर्त को मानना मुश्किल हो रहा है।