नई दिल्ली। तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है। वहीं तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता में आते ही बड़ा फैसला लिया है। उसने अफगानिस्तान में बंद 2300 खूंखार आतंकियों को रिहा कर दिया है। इसमें टीटीपी के डिप्टी चीफ फकीर मोहम्मद को भी जेल से बाहर कर दिया गया है। रिहा किए गए आतंकी तहरीक ए तालिबान, अल कायदा और आईएसआईएस के हैं। बता दें कि, ये सब अफगानिस्तान की अलग-अलग जेलों में बंद थे।
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक, इसमें से कुछ कैदी पिछले हफ्ते काबुल पर कब्जे के बाद ही रिहा कर दिए गए थे। ये लोग कंधार, बगराम और काबुल की जेल में बंद थे। मौलवी फकीर मोहम्मद की बात करें तो वह टीटीपी का पूर्व डिप्टी चीफ है। उसका छूटना पाकिस्तान के साथ-साथ अफगानिस्तान के लिए भी चिंता की बात है। इस बीच एक जानकारी यह भी जाने आई है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और लश्कर-ए-झांगवी भी अफगानिस्तान में मौजूद हैं। वे काबुल आदि में तालिबान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
आपको बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को काबुल में प्रवेश के साथ ही एक तरह से पूरे अफगानिस्तान पर ही कब्जा कर लिया है। अफगान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी देश छोड़कर भाग चुके हैं। बीते दिन 72 वर्षीय राष्ट्रपति अशरफ गनी नकदी से भरा हेलीकॉप्टर लेकर काबुल से भागे थे। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में भगदड़ और डर का माहौल है। लोग किसी भी तरह अफगानिस्तान से निकलना चाहते हैं।