इंदौर : तकनीक का दौर हैं, ऊर्जस एप बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। इसके माध्यम से ही बिजली उपभोक्ताओं को सभी 14 सेवाएं देना है, सभी जानकारी ऊर्जस पर अपलोड होनी चाहिए। ऊर्जस पर पैंडेंसी या किसी भी स्तर से लापरवाही दिखी तो संबंधित अधिकारी को नोटिस दिए जाएंगे।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। वे वीडिय़ो कान्फ्रेंस के माध्यम से 15 जिलों के बिजली अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कंपनी की आईटी शाखा ने क्यूआर कोड से मीटर रीडिंग की अच्छी व्यवस्था की है। इस तकनीक से वर्तमान में 10 लाख घरों, परिसरों की ही रीडिंग हो रही है, इससे बढ़ाया जाए, ताकि उपभोक्ता की शिकायतें कम हो, संतुष्टी का स्तर ज्यादा हो।
प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने कहा कि जून में हमें कम से कम 25 लाख बिजली उपभोक्ताओं से बिल राशि वसूलना है। इसके लिए सभी वितरण केंद्र, जोन प्रभारी दैनिक लक्ष्य रखे। अनलाक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, हमारी गतिविधियां अब दिसंबर, जनवरी की भांति तेज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दो माह में संक्रमण के दौरान लाखों उपभोक्ताओं ने बिल नहीं भरा, उनसे संपर्क कर यथासंभव गत माह की राशि भी ली जाए, ताकि बिल का भार सतत न बढ़े। उन्होंने कहा कि घरेलू आपूर्ति 24 घंटे की हो, मौसम बिगड़ने से यदि व्यवधान आए तो समय पर सुधारे। व्यवधान एवं मैंटेनेंस, नए कार्य की सूचना जन प्रतिनिधियों को भी दी जाए, ताकि वे अपने क्षेत्र की बिजली संबंधी जानकारी से अपडेट रहे।
मीटर रीडिंग के फोटो स्पष्ट हो
श्री तोमर ने निर्देश दिए कि मीटर रीडिंग गुणवत्ता से हो, मीटरों के फोटो बहुत स्पष्ट हो। हर जेई अपने क्षेत्र के मीटर रीडिंग रिकार्ड में फोटो की स्पष्टता जांचे, यदि रीडिर की लापरवाही नजर आए तो उसे ठीक कराए। इससे उपभोक्ता संतुष्टी बढ़ेगी, सही फोटो, सही जानकारी एवं सटीक बिल से भुगतान के लिए उपभोक्ता प्रोत्साहित भी होगा। सीएम हैल्प लाइन के प्रकरणों के समय पर समाधान के लिए भी निर्देश दिए गए।
वैक्सीनेशन पर जोर
मुख्य महाप्रबंधक श्री संतोष टैगोर ने कहा कि सभी 15 सर्कलों में 9 हजार से ज्यादा कर्मचारी, अधिकारियों को कोरोना बचाव वैक्सीन लगाया जा चुका है। शेष के लिए सभी 15 जिलों के अधिकारियों से संपर्क कर अभियान रूप में वैक्सीनेशन कराया जाएगा, आगामी एक माह में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के प्रयास है। कान्फ्रेंस में निदेशक श्री मनोज झंवर, कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, श्री गजरा मेहता, मुख्य अभियंता श्री पुनीत दुबे, श्री एसआर बमनके, अधीक्षण यंत्री श्री कामेश श्रीवास्तव (शहर), श्री डीएन शर्मा(ग्रामीण), श्री सुनील पाटौदी (आईटी) आदि ने भी विचार रखे।