बाबा महाकाल के दूल्हे के रूप में होने वाले रोज नए शृंगारों के पीछे है इस महिला का हाथ, जानें कौन हैं वो

Deepak Meena
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Baba Mahakal : उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शिव नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। बता दें कि, शिव नवरात्रि के दौरान, भगवान महाकाल को प्रतिदिन दूल्हा रूप में सजाया जाता है। भगवान महाकाल के दूल्हे के रूप में होने वाले रोज नए शृंगारों के दर्शन के लिए देश भर से भक्त उज्जैन पहुंच रहे हैं। भगवान महाकाल को प्रतिदिन नए वस्त्र पहनाए जाते हैं, जो राजसी ठाठ-बाठ के अनुसार होते हैं। दूल्हा बने महाकाल राजा के लिए हर दिन इतनी सुंदर तैयार करवाई जाती है।

लेकिन, क्या आप जानते हैं कि महाकाल राजा को पहनाई जाने वाली यह रंग-बिरंगी रत्न और सितारों जड़ित पोशाक बनती कहां है और इन्हें कौन तैयार करता है? तो चलो आपको बताते हैं कौन बाबा महाकाल के लिए इतने सुंदर वस्त्र बनाता है। दरअसल, भगवान के लिए यह पोशाक उज्जैन निवासी कुसुम पांचाल तैयार करती हैं। वे पिछले 15 वर्षों से भगवान महाकाल के लिए यह आकर्षक और सुंदर वस्त्र बना रही हैं।

कुसुम पांचाल प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका इस बारे में वे बताती है कि वह भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर जाती थीं। भगवान महाकाल का आकर्षक रूप में शृंगार किया जाता था, लेकिन बाबा की पोशाक और भी आकर्षक ही सकती थी। इसलिए, कुसुम ने भगवान महाकाल की रत्न जड़ित राजसी पोशाक तैयार करने का मन बनाया।

उन्होंने दर्शन करते समय अपने मन में हुई इस इच्छा को मंदिर प्रबंध समिति को बताया। मंदिर प्रबंध समिति ने कुसुम को बाबा महाकाल के वस्त्र सिलने का शुभ अवसर प्रदान किया। उस दिन से 15 साल हो गए हैं और कुसुम ही भगवान के लिए पोशाक बना रही हैं।

कुसुम कहती हैं कि भगवान महाकाल की सेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। वह भगवान महाकाल से प्रार्थना करती हैं कि वह उन्हें यह सेवा करते रहने का आशीर्वाद दें।कुसुम पांचाल ने बताया उन्होंने कलात्मक सिलाई का कोर्स नहीं किया है, वे तो बस साधारण सिलाई-बुनाई करती हैं। भगवान के लिए राजसी पोशाक बनाने की सुंदर डिजाइन उन्हें स्वत: आ जाती है और वे पोशाक तैयार करने लगती हैं। सिलाई के लिए कपड़े व लेस आदि का कांबिनेशन मंदिर समिति की व्यवस्था अनुसार चुनती हैं।