इस सावन आप भी बना रहे हैं बांके बिहारी दर्शन करने का मन, तो ये है आपके लिए ठहरने की उत्तम और सस्ती व्यवस्था

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भगवान बांके बिहारी की भूमि वृंदावन और मथुरा घूमने का परम सुख तो हर मनुष्य चाहता है। प्रेम और विश्वास की पवित्र और पावन नगरी वृंदावन में जो जाता है तो वहीं का हो जाता है और उसे बारम्बार बांके बिहारी के दर्शन करने का मन करता है। हालांकि कई बार बजट की चिंता भी परेशान करने लगती है। लेकिन दुखी होने की कोई बात नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में कई ऐसी जगह हैं जहां पर आप चिंता मुक्त होकर ठहर सकते हैं और इन स्थानों पर आपको कम मूल्य में रहने का ठिकाना मिल जाएगा।

वहीं प भगवान श्री कृष्ण की नगरी वृंदावन गए और वहां की गलियां नहीं गए तो क्या घूमा। बांके बिहारी और राधा रानी के मंदिर के अतिरिक्त वृंदावन के चारो तरफ मंदिर बने हुए हैं। इसके साथ ही यहां पर प्रेम मंदिर से लेकर गोवर्धन परिक्रमा, निधिवन, श्री कृष्णा बलराम टेम्पल, इस्कॉन टेम्पल, मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि सहित कई स्थान हैं, जहां घूमकर आपका दिल गदगद हो जाएगा। इसलिए यदि आप वृंदावन और मथुरा घूमने की योजना बना रहे हैं तो आप दो से तीन दिन की पिकनिक प्लान करें, चलिए जानते हैं वृंदावन में ठहरने की सस्ती जगहों के विषय में विस्तार से।

फोगला आश्रम

चलिए अब बात करते हैं फोगला आश्रम की जो, वृंदावन के सबसे चर्चित प्रेम मंदिर के पास बना हुआ है, सूचना के अनुसार आपको यहां पर लगभग 400 रूपए में कमरा मिल जाएगा।

टूरिस्ट फेलिस्ट्रेशन सेंटर

यहां पर आपको डोर मेटरी में पर बेड केवल 150 रूपए की धन राशि व्यय करनी होगी, मतलब यदि आप अकेले सोलो ट्रिप पर वृंदावन मंदिर गए हैं तो यहां पर रुक सकते हैं।

महाराजा अग्रसेन धर्मशाला

वहीं इस्कॉन टेम्पल के समीप रमन रेती वृंदावन में ये धर्मशाला स्टे करने के लिए सबसे सस्ती जगहों में से एक है। वहीं सूचना के अनुसार आपको यहां पर दो सिंगल बेड वाला रूम आपको 500 रूपए की धन राशि में मिल जाएगा। वहीं पूरे परिवार के लिए 4 सिंगर बेड वाला रूम लेना है तो आपको लगभग 900 रूपए में अच्छा ख़ासा रूम मिल जाएगा, साथ ही लगेज रखने की अलमारी भी होंगी।

ये प्लेस है बिल्कुल मुफ्त

यदि आप वृंदावन आए हैं तो यहां वैसे तो बहुत सारी ऐसी धर्मशाला और विश्रामालय हैं, जहां आप अपने बजट के अंदर रुक सकते हैं लेकिन बालाजी आश्रम एक ऐसी प्लेस है, जहां स्टे करने के लिए कोई भुगतान नहीं वसूला जाता है। लेकिन यहां पर रहते हुए आश्रम के कामों में आप हाथ जरूर बंटा सकते हैं।