यह व्हाट्सएप ज्ञान नहीं है, पुराणों व धर्मग्रंथों में उल्लेखित जानकारी है

Mohit
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आज गुरुवार, भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि है।
आज हस्त नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)

-आज हरतालिका तीज व्रत है।
-आज भगवान वराह अवतार दिवस है।
-आज सामवेदियों का उपाकर्म तथा मन्वादि तिथि है।
-भगवान गणेश हर कल्प और हर युग में अवतार ग्रहण करते हैं।
-सतयुग में गणेश जी की 10 भुजाएं थी। उनका नाम विनायक था।
-त्रेतायुग में इनका वर्ण शुक्ल, छह भुजाएं थीं और मयूरेश नाम था।
-द्वापरयुग के प्रथम चरण में अरुण वर्ण तथा चार भुजाओं से सुशोभित हुए। गजानन नाम है। इनका वाहन मूषक है।
-कलियुग के अन्तिम चरण में चार भुजाओं से युक्त होकर अवतार लेंगे। उस समय धूम्रकेतु नाम होगा।
-गजानन जी का अवतार पर्यली (महाराष्ट्र) नामक क्षेत्र में हुआ।
-गजानन जी महर्षि पराशर के आश्रम में पले, बढ़े।
-4 वर्ष की उम्र में गजानन जी ने सिन्दूर असुर का वध किया था।
-इससे प्रसन्न होकर देवताओं ने महाराष्ट्र के जालना जिले में वरेण्य पुत्र गणपति का भव्य मन्दिर का निर्माण किया था। भगवान गजानन की यह पूर्ण पीठ मानी जाती है।