ये कैसी आस्था? विश्व शांति और सनातन धर्म के लिए 11 महीने से खड़े है ये बाबा, 5 साल तक जारी रहेगा ये कठिन तप

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आमतौर पर आप सभी ने देखा होगा कि देशभर में कई सारे ऐसे लोग है, जो भगवान की भक्ति में लीन होने के साथ-साथ कई सारे कठिन तप भी करते है. इसी से जुडी एक कहानी आज हम आपको बताने जा रहे है, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे.

जी हां, हम बात कर रहे है एक ऐसे शख्स की, जो एक-दो घंटे नहीं बल्कि पिछले 11 महीनों से बिना बैठे अपने दोनों पैरों पर मात्र एक झूले के सहारे खड़ा हुआ है. अब आप सोच रहे होंगे आखिर यह कैसे संभव है, तो आपको बता दे कि यह वाक्या वाकई सच है. दरअसल, सूरजपुर के रुनियाडीह गांव के नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में इस शख्स ने प्रतिज्ञा ली है कि वे 5 वर्षों तक बिना बैठे यूं ही दोनों पैरों पर खड़े रहेगा. हैरानी की बात यह है कि इतना कठिन तप यह सन्यासी खुद के लिए नहीं बल्कि विश्व शांति और सनातन धर्म की जागृति के लिए कर रहे है.

ये है बाबा की असली कहानी
आपको बता दे कि महंत दौलत गिरी नामक इस बाबा का असली नाम ‘दिनेश’ है जो कि मूलतः कोरिया जिले के रहने वाले है. उन्होंने अपने जीवन की कहानी के बारें में बताते हुए बताया कि जब वे बीकॉम सेकंड ईयर के छात्र थे तभी उनकी मां का निधन हो गया था उसके बाद वह इतना आहत हुए कि उन्होंने सांसारिक मोह माया को त्याग दिया और साधु बन गए. इतना ही नहीं इसके बाद वह कई नागा साधुओं के साथ रहने लगे और बाद में बाबा दौलत गिरी सूरजपुर आ गये यहां उन्होंने रेड नदी के किनारे बने महादेव मंदिर में विश्व शांति और सनातन धर्म जागृति के लिए 5 वर्षों तक बिना बैठे और सोए हुए खड़े रहने की प्रतिज्ञा ली और उसे करना शुरू किया जिसके बाद से ही वह 11 महीने से खड़े हुए है.