मिस वर्ल्ड टूरिज्म इंडिया रह चुकीं इस एक्ट्रेस ने फिल्मी दुनिया से लिया संन्यास, पकड़ी धर्म की राह…शंकराचार्य से ली गुरु दीक्षा

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मशहूर अभिनेत्री और पूर्व मिस वर्ल्ड टूरिज्म इशिका तनेजा ने हाल ही में ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कहकर धर्म और अध्यात्म की ओर कदम बढ़ाया है। इशिका, जो एक समय फिल्मों और मॉडलिंग की दुनिया का हिस्सा थीं, अब अपनी जीवन यात्रा में एक नई दिशा अपना रही हैं।

इशिका तनेजा ने जबलपुर स्थित द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी से गुरु दीक्षा ली। इस खास अवसर पर वह साध्वी के रूप में भगवा वस्त्रों में नजर आईं। उन्होंने बताया कि यह उनका जीवन का एक अहम मोड़ था, जिसे उन्होंने गुरुजी के आदेश पर अपनाया।

धर्म के प्रति गहरा आकर्षण

इशिका ने बताया कि बचपन से ही उनका झुकाव धर्म की ओर था, लेकिन उनके व्यस्त फिल्मी करियर ने उन्हें इस दिशा में समय नहीं दिया। धीरे-धीरे उनकी सोच में बदलाव आया, और आज वह इसे अपने जीवन का सबसे खुशी भरा निर्णय मानती हैं। इशिका का मानना है कि आज के समय में शिक्षित हिंदुओं का धर्म और समाज के उत्थान में योगदान अत्यंत आवश्यक है।

मिस वर्ल्ड टूरिज्म इंडिया का जीत चुकी हैं खिताब

इशिका तनेजा ने 2017 में मिस वर्ल्ड टूरिज्म इंडिया का खिताब जीतकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में भी कदम रखा और मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार में अभिनय किया, जहां उनके अभिनय को सराहा गया। इसके अलावा, उन्होंने वेब सीरीज हद में भी अभिनय किया। लेकिन, अपने करियर के शिखर पर रहते हुए, इशिका ने ग्लैमर की दुनिया को छोड़ने का साहसिक कदम उठाया और अब वह धर्म और समाज की सेवा में जुटी हैं।

सनातन धर्म की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता

इशिका तनेजा ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित सनातन धर्म संसद में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने कहा, “अगर मैं सनातन धर्म की रक्षा नहीं कर सकती, तो मुझे देश की बेटी कहलाने का कोई अधिकार नहीं है।” उनका यह बयान मीडिया में चर्चित हुआ और समाज में एक नई हलचल पैदा की।

इशिका ने युवाओं से धर्म और अध्यात्म के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में अपार ऊर्जा और समय है, जिसे सही दिशा में लगाना जरूरी है। उन्होंने युवाओं से यह भी कहा, “अभी नहीं तो कभी नहीं” – यह समय धर्म और समाज के उत्थान के लिए सक्रिय रूप से काम करने का है।