इंदौर। उपभोक्ता से सतत संपर्क एवं कर्मचारियों, अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर रोज मानिटरिंग करने से बिजली संबंधी शिकायतों में तीस फीसदी तक कमी देखने को मिल रही है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर स्वयं प्रतिदिन इस संबंध में फीडबैक ले रहे हैं।
मप्रपक्षेविविकं इंदौर के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने बताया कि गत माह अक्टूबर में जहां कंपनी को सभी 15 जिलों से प्रतिदिन औसत 2500 शिकायतें प्राप्त होती थी, वही इस माह 19 नवंबर तक प्रतिदिन औसत 1635 शिकायतें ही प्राप्त हो रही है। ये शिकायतें प्रायः बिजली सप्लाय, बिल सुधार, वोल्टेज, ट्रांसफार्मर , बिल नहीं मिलने आदि को लेकर मिलती है। टैगोर ने बताया कि पिछले चौबीस घंटे में इंदौर जिले से 900, उज्जैन जिले से 261, खरगोन 68, देवास से 60, रतलाम जिले से प्राप्त 56 शिकायतों का समय पर समाधान किया गया। सप्लाय संबंधी शिकायतों में से 60 फीसदी का निदान मात्र एक घंटे में किया जा रहा है। टैगोर ने बताया कि 1912 पर दर्ज प्रत्येक शिकायत का समाधान करने के उपरांत उपभोक्ता को फोन कर फीडबैक लिया जा रहा है।
यहां करे मदद के लिए संपर्क
मुख्य महाप्रबंधक टैगोर ने बताया कि उपभोक्ता बिजली संबंधी किसी भी शिकायत या मदद के लिए सेंट्रल काल सेंटर 1912, ऊर्जस एप, जोन के लोकल नंबर पर कर सकते है। जोन के नबंर प्रत्येक बिल पर छपे होते है।