हमारे जीवन में राशियों का बड़ा महत्त्व होता हैं। राशियों से हमारा भाग्य सही चलता हैं यदि हम किसी परेशानी में हो या फिर बनते हुए काम बिगड़ जाए तो हमारी राशि में शनि का प्रकोप होता हैं यदि ऐसा नहीं हो और सभी कार्य बड़ी आसानी के साथ-साथ बिना परेशानी के हो जाए तो हमारी राशि में कोई प्रकोप नहीं होता हैं।
वहीं मंगल ग्रह 20 जुलाई 2021 को सिंह राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में ये 6 सितंबर 2021 तक रहेंगे। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सभी नौ ग्रहों का अपना स्वभाव और अलग-अलग कारक तत्व होते हैं। मंगल गृह सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है। इसके तल की आभा रक्तिम है, जिस वजह से इसे “लाल ग्रह” के नाम से भी जाना जाता है। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को सभी ग्रहों का सेनापति का दर्जा मिला हुआ है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ भाव में होते हैं ऐसे लोग काफी बुद्धिमान, प्रतापी और ऊर्जावान होते हैं। ज्योतिष में मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी माना जाता है। मंगल ग्रह कर्क राशि में ही नीच के और मकर राशि में उच्च राशि के माने जाते हैं। सिंह राशि में मंगल के गोचर से चार राशि के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ये चार राशियां इस प्रकार हैं- आइए जानते हैं इन चार राशियों के बारे में….
कर्क राशि
सिंह राशि में मंगल के गोचर से कर्क राशि के लोगों को बहुत ही संभलकर चलना होगा। इसी के चलते आपको बोलने में भी सावधानी रखना होगा, वरना वाद-विवाद से बड़ा नुकसान हो सकता है। अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें। धन की बचत कर पाने में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कुटुंब में पारिवारिक कलह रह सकता है।
मेष राशि
मंगल के सिंह राशि में आने से मेष राशि के जातकों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसी के चलते आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। वाहन चलाते समय विशेष सावधानी रखें नहीं तो आपके चोटिल होने की संभावना है। हालांकि धन को लेकर स्थिति ठीक रहेगी।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का यह गोचर सेहत के मामले में कष्टकारी हो सकता है। इसी के चलते आपको अपनी सेहत का खास ध्यान रखना होगा। नौकरी-व्यापार में आपको सामान्य परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। गोचर की संपूर्ण अवधि आपके सामान्य परिणामकारी रह सकती है।
सिंह राशि
इस अवधि में आपको बहुत ही ज्यादा गुस्सा आएगा। जरा-जरा सी बात में आप झगड़ा कर सकते हैं। इस अवधि में आपके स्वभाव में अहंकार की वृद्धि हो सकती है। जीवनसाथी से मनमुटाव के साथ-साथ झगड़ा आदि भी हो सकता है। आपकी सेहत कुछ कमजोर रह सकती है। इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।