हिन्दू धर्म में होली का काफी ज्यादा महत्व माना जाता है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होली का पर्व मनाया जाता है। ये रंगो का त्यौहार लोगों के जीवन में रंग भर देता है। इस दिन लोग एकजुट होकर खुशियां मनाते हैं और एक दूसरे को प्यार के रंगों में डुबोकर अपनी खुशी जाहिर करते हैं।
बता दे, इस साल होलिका दहन 28 मार्च को मनाया जाएगा। वहीं 29 मार्च को होली का त्यौहार मनाया जाएगा। वहीं बात करें होलिका दहन की बात करें तो होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन कई तरफ के उपाय किये जाते हैं। जिनमें से कुछ आज हम आपको बताने जा रहे हैं। इन उपायों से आप अपने जीवन की समस्याओं को दूर कर सकते है तो चलिए जानते हैं –
होलिका दहन से पहले करें ये काम –
- होलिका दहन के पहले परिवार के सभी सदस्यों को सरसों तेल और हल्दी मिलाकर, उसका उबटन पूरे शरीर पर लगाना चाहिए।
- फिर उसके सूख जाने के बाद इस पूरे उबटन को छुड़ा कर किसी कागज या कपड़े पर जमा कर लें।
- अब इस पूरे उबटन को पूजन सामग्री के साथ ही, होलिका में अर्पित कर दें।
- होलिका की परिक्रमा सपरिवार अवश्य करें। ऐसा करने से व्यक्ति को उसके सभी प्रकार के रोग, कष्ट और दोष से मुक्ति मिलती है।
- होलिका दहन करने से पूर्व घर के उत्तर दिशा में शुद्ध घी के सात दिये जरुर जलाएं। ऐसा करने से घर में धन, वैभव आता है और बाधाएं दूर होती हैं।
- होलिका दहन से पूर्व पूजा करने से पहले, अपने मस्तक पर हल्दी का पीला तिलक जरुर लगाएं।
- फिर होलिका दहन की रात्रि में घर पर सुंदर कांड अथवा विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करने से भी, परिवार के सभी संकट दूर होते हैं।
- होलिका दहन की रात्रि में कई तांत्रिक अनुष्ठान एवं बंगलामुखी अनुष्ठान भी किए जा सकते हैं।
- होलिका दहन की रात्रि अपने वजन के बराबर अनाज एवं खाद्य सामग्रियों का दान करना, बेहद उचित व फलदायी माना गया है।
- मान्यता अनुसार इस दिन किए जाने वाले पान-पुण्य से कभी धन की कमी नहीं होती।
- होलिका दहन के दिन निर्धन बच्चों के बीच अबीर, गुलाल एवं वस्त्र वितरण करने से भी, व्यक्ति को असीम पुण्य और धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
- होलिका दहन के समय फेरे लगाते हुए होलिका की अग्नि में चना, मटर, गेहूं, अलसी जरूर अर्पित करें, ऐसा करने से धन लाभ होता है।