पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह 86 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। उन्होंने दिल्ली में आखिरी सांस ली। बूटा सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर कई बड़ी शख्शियतों ने शक जताया। इनमें पीएम मोदी भी शामिल है। आपको बता दे, बूटा सिंह सिख समुदाय के बड़े नेता रहे हैं। साथ ही वह केंद्र में मंत्री भी रह चुके है। वहीं वह बिहार के राज्यपाल भी थे। ऐसे में उनका चले जाना सभी के लिए दुखद खबर है। उनके निधन पर पीएम मोदी ने गहरा शोक जताया है।
बताया जा रहा है कि आज ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके राजनितिक करियर की बात करें तो वह आठ बार सांसद रह चुके है। उनका जन्म 1934 में जालंधर में हुआ था। वह गांधी परिवार के विश्वासपात्र के तौर पर जाने जाते थे। वहीं एक वक्त ऐसा आया था कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और केंद्रीय गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री, खेल मंत्री और बिहार के राज्यपाल और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति कमीशन के चेयरमैन के तौर पर राष्ट्रीय राजनीति और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाई थी।
Shri Buta Singh Ji was an experienced administrator and effective voice for the welfare of the poor as well as downtrodden. Saddened by his passing away. My condolences to his family and supporters.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2021
वहीं उनके निधन पर शोक जताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह एक अनुभवी नेता और कुशल प्रशासक थे। उन्होंने गरीबों और समाज में हाशिये पर चले गए लोगों के लिए आवाज उठाई। पीएम ने कहा कि वे उनके निधन से दुखी हैं और उनकी संवेदना बूटा सिंह के परिवार के साथ है।
सरदार बूटा सिंह जी के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है।
उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा।
इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 2, 2021
उनके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शोक जाहिर करते हुए कहा कि सरदार बूटा सिंह के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।